Tuesday, April 23, 2024

बढ़ाई जाएगी वायु सेना की क्षमता, HAL से रक्षा मंत्रालय खरीदेगा छह डोर्नियर-228 विमान, जानें इनकी खासियत

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नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से छह डोर्नियर-228 विमान खरीदे जायेंगे। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को एचएएल के साथ 667 करोड़ रुपये की लागत वाले इस सौदे के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस विमान का उपयोग वायु सेना ट्रांसपोर्ट रोल और परिवहन पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए करेगी। छह विमानों के शामिल होने से सीमावर्ती दूर-दराज के इलाकों में भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता में और इजाफा होगा।

भारतीय वायु सेना के बेड़े में हल्के यूटिलिटी विमान डोर्नियर-228 औपचारिक तौर से जनवरी, 2020 में शामिल किये गए थे। तत्कालीन वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने इन विमानों को पालम स्थित वायुसेना स्टेशन में स्क्वाड्रन नंबर 41 ‘ओट्टर्स’ में शामिल किया था। आईएएफ ने साल 2015 में 14 डोर्नियर-228 विमान खरीदने के लिए हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ करार किया था। वायुसेना को पहला विमान 19 नवम्बर, 2020 को सौंपा गया था। इसका निर्यात सेशल्स और मॉरीशस को भी किया गया है।

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जर्मन कम्पनी डोर्नियर ने 245 और हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने 125 हल्के यूटिलिटी विमान डोर्नियर-228 विमान बनाए हैं। वायुसेना के पास इस समय 50 यूटिलिटी विमान डोर्नियर-228 सेवा में हैं। वायुसेना के अलावा इंडियन कोस्टगार्ड और नौसेना भी इन विमानों का इस्तेमाल करती है। अब नए सौदे में 667 करोड़ रुपये की लागत से छह विमानों की नई खेप उन्नत ईंधन-कुशल इंजन के साथ पांच ब्लेड वाले समग्र प्रोपेलर के साथ खरीदी जाएगी। यह विमान उत्तर पूर्व के अर्ध-तैयार या लघु रनवे और भारत की द्वीप श्रृंखलाओं से छोटी दूरी के संचालन के लिए अनुकूल हैं।

डोर्नियर-228 विमान की खासियत
डोर्नियर-228 एक ट्विन-टर्बोप्रॉप शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग यूटिलिटी विमान है, जिसे भारतीय तटरक्षक बल, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने निर्मित किया है। एचएएल ने डोर्नियर 228 को ‘अत्यधिक बहुमुखी बहुउद्देश्यीय हल्के परिवहन विमान’ के रूप में वर्णित किया है। यह विमान उपयोगिता के मामले में कम्यूटर परिवहन, तीसरे स्तर की सेवाओं, एयर-टैक्सी संचालन, तट रक्षक कर्तव्यों और समुद्री निगरानी जैसी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। इसका इस्तेमाल प्रदूषण निवारण, सैनिकों के परिवहन, हवाई सर्वेक्षण, खोज और बचाव, कार्गो और रसद सहायता के लिए भी किया जा सकता है। विमान का कॉकपिट चालक दल के दो सदस्यों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और वातानुकूलित केबिन में 17 यात्री बैठ सकते हैं। विमान का पंख 16.97 मीटर, कुल लंबाई 16.56 मीटर और कुल ऊंचाई 4.86 मीटर है।

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