नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित एक गौहत्या करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली और उसके आसपास सक्रिय थे।
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि आरोपियों की पहचान वजहत उर्फ अज्जू (32), जहाने आलम (30) और साजिद उर्फ सदवा (28) के रूप में हुई है। ये तीनों उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के रहने वाले हैं।
अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी साजिद एक कुख्यात अपराधी है, जिसे पहले यूपी पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद पकड़ा था। वह जुलाई 2023 में जेल से रिहा हो गया था।
पुलिस के मुताबिक, 24 दिसंबर को करावल नगर थाने में एक पीसीआर कॉल आई थी, जिसमें जानकी पांचाल विहार के पास एक गाय का कटा हुआ सिर और शरीर के अन्य हिस्से मिलने की सूचना मिली थी।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर घटना में इस्तेमाल की गई एक होंडा सिटी कार का पता चला। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय तिर्की ने कहा, ”कार के रूट का पता लगाया गया तो पता चला कि सीमापुरी डिपो के पास तीन लोग उससे उतरे थे। पुलिस की एक टीम ने तीनों संदिग्धों की पहचान की और उन्हें पुराने मुस्तफाबाद इलाके में उनके किराए के आवास से पकड़ लिया।”
पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। उन्होंने खुलासा किया कि वे जाफराबाद के एक दवा विक्रेता से गायों को बेहोश करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ‘जाइलैक्सिन’ इंजेक्शन खरीदते थे और दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न इलाकों से आवारा गायों को उठाते थे।
डीसीपी ने कहा, ”ग्राहकों को गाय का मांस बेचकर जो पैसे मिले, उससे उन्होंने होंडा सिटी कार खरीदी। उनके कब्जे से करीब 17 सीरिंज और 34 सूइयां भी बरामद की गईं।
तीनों आरोपी पूर्व में नगली (यूपी), शालीमार बाग, गोकुलपुरी और अन्य इलाकों में दर्ज 15 से अधिक गौहत्या के मामलों में शामिल पाए गए थे।
डीसीपी ने कहा, ”अन्य मामलों में भी उनकी संलिप्तता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।”