दिल्ली। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से पिछले सप्ताह हुई तीन छात्रों की मौत के मामले में अपनी मांगें न माने जाने को लेकर आंदोलनरत छात्र अब भूख हड़ताल करेंगे।
छात्रा ने बताया कि जब भी हमारी बात पुलिस अधिकारियों से हुई तो उन्होंने यही कहा कि आपकी सारी मांगें मान ली गई हैं। उपराज्यपाल से एक बार हमारी मीटिंग हो चुकी है, लेकिन उस मीटिंग का कोई रिजल्ट नहीं निकला। हमारी मांगों पर कोई पुख्ता कदम नहीं उठाया गया, इसलिए अब हम लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जा रहे हैं। हम भूख हड़ताल से तब तक नहीं हटेंगे जब तक उपराज्यपाल से हमारी एक और मींटिंग नहीं हो जाती। उनके साथ मीटिंग के माध्यम से ही हम अपनी मांगों को रखेंगें। इसके बाद हम यह देखेंगे कि जो हमारी पहले की मांगें हैं उनका क्या हुआ? क्या वह पूरी हुईं? या कोई काम शुरू हुआ।
हम इस बार छात्रों का डेलीगेशन लेकर राज्यपाल से मिलने जाएंगे जहां अपनी मांगों को रखेंगे। इस पूरे मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों की बयानबाजी पर वह कहती हैं, “हमारा मुद्दा राजनीतिक नहीं है। हमारा मुद्दा प्रशासनिक और कोचिंग सेंटर के बीच का मुद्दा है। हम हमारे साथियों की मौत के मुद्दे के राजनीतिकरण के खिलाफ हैं। हम किसी भी कोचिंग संस्थान के खिलाफ नहीं हैं। बिना कोचिंग संस्थान के मार्गदर्शन के यह परीक्षा निकालना बहुत कठिन है, लेकिन इतना पैसा लेने के बावजूद यदि कोचिंग संस्थान छात्रों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते तो यह चिंता की बात है।”
बता दें कि 27 जुलाई (शनिवार) को दिल्ली में ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित राऊ कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। इसमें डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इन छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन के रूप में हुई। तानिया सोनी का संबंध बिहार से ही था। वो बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। दिल्ली वो आईएएस बनने का सपना लिए आई थी और इसी को पूरा करने के लिए जी जान से जुटी थी।