वाराणसी। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने गुरुवार को बीते दिनों वाराणसी के शंकुलधारा पोखरा, खोजवा थाना भेलूपुर क्षेत्र में 92.94 लाख रुपये की बरामदगी तथा इसके संबंध में थाना भेलूपुर में दर्ज एफआईआर को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे अपने पत्र में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार यह मामला ऐसा बिल्कुल नहीं है जैसा एफआईआर में दिखाया गया है। इसके विपरीत यह मामला हवाला कारोबार से जुड़ा बताया जाता है। उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार इस मामले में मौके पर गई भेलूपुर पुलिस ने दो करोड़ रुपये बरामद की थी, जिसमें सवा करोड़ रुपये भेलूपुर पुलिस के लोगों द्वारा रख ली गई थी।
सोशल मीडिया के जरिए पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इस मामले में थाने से ऊपर के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध बताई गई है। किंतु वाराणसी के वरिष्ठ अफसरों द्वारा इन संलिप्त अफसरों पर उनके रसूख के कारण कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इस मामले के संबंध में उन्हें सबूत के तौर पर सीसीटीवी, ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी भेजे गए हैं, जो वे जांच एजेंसी को सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि वे अपने वाराणसी प्रवास के दौरान इस घटना से जुड़े स्थानों का स्वयं भी निरीक्षण करेंगे।
बताते चलें कि इस मामले में दोष उजागर होने के बाद बीते शनिवार को एक इंस्पेक्टर सहित सात पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त होने वाले पुलिस कर्मियों में तत्कालीन भेलूपुर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे, दरोगा सुशील कुमार, महेश कुमार और उत्कर्ष चतुर्वेदी और सिपाही महेंद्र कुमार पटेल, कपिल देव पांडेय व शिवचंद्र शामिल हैं।
आरोप है कि बैजनत्था क्षेत्र की आदि शंकराचार्य कॉलोनी स्थित गुजरात की एक फर्म के कार्यालय में 29 मई की रात डाका डाला गया और 1.40 करोड़ रुपये लूट लिए गए। इसकी सूचना भेलूपुर थाने की पुलिस को थी, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। बाद में लावारिस कार की डिक्की से 92.94 लाख रुपये से ज्यादा की बरामदगी दिखाई गई। लावारिस कार की डिक्की से रुपये बरामदगी मामले में गोलमाल की शिकायत पर पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने एक जून को ही डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम को जांच सौंपी थी। साथ ही तत्कालीन थाना प्रभारी भेलूपुर रमाकांत दुबे का लाइन हाजिर कर दिया था।
डीसीपी काशी जोन की रिपोर्ट के आधार पर अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) संतोष कुमार सिंह ने पांच जून को थाना प्रभारी रहे रमाकांत दुबे सहित सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद सातों पुलिस कर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया गया है।