नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के अशोक कुमार मित्तल ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि वर्ष 1985 में कनिष्क विमान बम विस्फोट के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सक्रियता से काम किया जाना चाहिए।
मित्तल ने सदन में शून्य काल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि 23 जून 1985 को अंध (अटलांटिक) महासागर के ऊपर कनिष्क विमान बम विस्फोट में 329 लोग मारे गए थे। इनमें से 82 बच्चे थे। यह दुर्घटना इतनी भयानक थी कि प्रभावितों के पार्थिव शरीर में नहीं मिल सके और उनका विधिवत अंतिम संस्कार भी नहीं किया जा सका।
मित्तल ने कहा कि यह विमान कनाडा से उड़ा था और इसकी जांच भी कनाडा की सरकार कर रही है। पिछले 40 वर्ष से इसकी जांच चल रही है और अभी तक मात्र एक व्यक्ति को मामूली सजा दी जा सकी है। इस दुर्घटना में मृतकों के परिजन अब भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अति सक्रियता से काम किया जाना चाहिए।