मेरठ। मेरठ के आबूलेन बाजार का नाम बदलने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया है। हिंदू जागरण मंच के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही ने कार्यकर्ताओं के साथ मेरठ के मुख्य बाजार आबू लेन का नाम बदलने की मांग को लेकर आबूलेन व्यापार संघ के लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि मेरठ के मुख्य बाजार आबूलेन बाजार का नाम किसी हिंदू क्रांतिकारी एवं बलिदानी व्यक्ति के नाम पर रखवाने की मांग की। साथी किसी हिंदू क्रांतिकारी एवं बलिदानी व्यक्ति की प्रतिमा लगाने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने कहा कि यह लेन औरंगजेब के मंत्री अबू मोहम्मद खान के नाम पर है। उन्होंने कहा कि क्योंकि यह मेरठ का मुख्य बाजार है। जगह-जगह से लोग यहां खरीदारी करने आते हैं और यहां 99% दुकानदार हिंदू है।
इसलिए अब हम किसी अब्बू के नाम को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही के मुताबिक, केसरगंज में स्थित अबू का मकबरा, जिसे मकबरा डिग्गी कहा जाता है। मुगल शासन की धरोहर है। यह क्षेत्र भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन आता है। लेकिन इसे वक्फ की जमीन के रूप में दर्ज किया गया है। हिंदूवादी नेता ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि जो भी केसरगंज स्थित मकबरे को तोड़ेगा, उसे 50 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।
अगर सरकार यह कार्य करती है, तो यह राशि सरकारी खाते में जमा कर दी जाएगी। उन्होंने नागपुर में औरंगजेब की कब्र तोड़ने का भी जिक्र किया। सिरोही ने इस कार्य के लिए एक करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की है। उनका कहना है कि मुगल शासन में हिंदुओं पर अत्याचार किए गए और इन धरोहरों को देखकर वह अत्याचार याद आता है।