शाहपुर। थाना क्षेत्र के गांव पलड़ी निवासी दिलशाद पुत्र साजिद वेल्डिंग मिस्त्री था। वह सऊदी अरब के अल कसीम के ओनेजा में काम करने के लिए गया हुआ था। छोटा भाई सादिक भी उसी के साथ में वेल्डिंग का कार्य करता था।
सऊदी अरब में ही 22 नवम्बर शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश के दिन दिलशाद को क्रिकेट खेलते समय सांस लेने में दिक्कत आने से वह बेहोश हो गया था, उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया था। दिलशाद की मौत के बाद सऊदी अरब में साथ रहने वाला छोटा भाई सादिक अपने भाई के शव को गांव लाने के लिए प्रयास कर कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद मंगलवार को 26 वें दिन उसका शव पैतृक गांव पलड़ी लेकर पहुंचा।
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मंगलवार को सुबह दिलशाद का शव पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। सूचना पर भारी भीड़ जमा हो गयी। भारी भीड़ के साथ दिलशाद को गांव के कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। दिलशाद एक वर्ष पहले सऊदी अरब में ही बड़े भाई
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नौशाद को चोट लगने के बाद उसे लेकर घर आया था। फिर चला गया था। चार माह बाद दिलशाद को अपनी शादी में आना था। परिवार की आर्थिक हालात खराब होने के चलते दिलशाद ने खुद व अपने भाइयो को सऊदी अरब ले जाकर काम करना शुरू किया था।