बस्ती – उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में तैनात जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) नमिता शरण को वित्तीय अनियमितता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि शासन ने जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) बस्ती नमिता शरण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन पर कानपुर में तैनाती के दौरान गड़बड़ी का आरोप है। अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराने का भी निर्देश दिया है।
जिले में तकरीबन सात महीने से तैनात डीपीआरओ नमिता शरण पर आरोप है कि उन्होंने कानपुर देहात में तैनाती के दौरान वित्तीय वर्ष 2021-22 में गड़बड़ी किया। उन्होंने ग्राम प्रधानों का (डिजिटल सिग्नेचर) डोंगल जनपद स्तर पर मंगाकर बगैर काम कराये धनराशि वेण्डर्स एवं अलग-अलग फर्मों को ट्रांसफर कराया। यह धनराशि 3.72 करोड़ बताई गई।
प्रारंभिक जांच के बाद सामने आऐ इस तथ्य को शासन ने एक गम्भीर वित्तीय अनियमितता माना और उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के साथ गबन और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने की संस्तुति की।
उनके खिलाफ हुई शिकायत की उप निदेशक पंचायत कानपुर मंडल ने जांच की थी । जिसमें डीपीआरओ के साथ पटल सहायक को जिम्मेदार ठहराया गया है।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने निलंबन की पुष्टि करते हुए बताया कि जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) नमिता शरण को शासन से निलंबित कर दिया गया है। इस अवधि में उन्हें निदेशक पंचायती राज के कार्यालय से संवद्ध किया गया है।