गाजियाबाद। उत्तर भारत समेत एनसीआर क्षेत्र में भीषण गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। तापमान 41 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है और मौसम विभाग ने 24 अप्रैल से हीटवेव (लू) की चेतावनी जारी की है। इसी को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने एक अहम समीक्षा बैठक की। जबकि, गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष वर्मा ने हीटवेव को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
मुज़फ्फरनगर में रील बनाने के चक्कर गंग नहर में डूब गया युवक, पुलिस कर रही तलाश
गाजियाबाद के डीएम ने विभिन्न विभागों को निर्देशित किया कि लू और गर्मी से राहत दिलाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि शहर के प्रमुख स्थलों पर ठंडे पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और सड़कों पर नियमित रूप से जल का छिड़काव किया जाए, ताकि गर्मी और प्रदूषण दोनों पर नियंत्रण पाया जा सके। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि लू से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जाएं। अस्पतालों में आवश्यक दवाओं और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित हो, जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटना आसान हो।
मुज़फ्फरनगर में मुस्लिम कैलेंडर पर आपत्तिजनक शब्द लिखकर फेंका, मौहल्ले में फैला आक्रोश
डीएम मीणा ने आम जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन हीटवेव से बचाव के लिए पूरी तरह सतर्क है और हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि नागरिकों को राहत मिल सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि तेज धूप और गर्मी के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और भरपूर मात्रा में पानी पीकर खुद को सुरक्षित रखें। हीटवेव को लेकर डीएम गौतमबुद्ध नगर ने भी एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने लोगों से अपील की कि लू और गर्म हवाओं के संपर्क में आने से बचें और यदि लू के लक्षण महसूस हों तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। उन्होंने बताया है कि हीटवेव को लेकर विद्यालयों और कारखानों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। साथ ही जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने “क्या करें, क्या न करें” की विस्तृत सूची भी जारी की है। हीटवेव से बचाव के लिए जारी निर्देश में कहा गया है कि दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में बाहर न जाएं।
मौसम की जानकारी के लिए रेडियो, टीवी या अखबारों से अपडेट लेते रहें। बार-बार पानी पीएं, भले ही प्यास न लगी हो। हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़े पहनें। बाहर निकलते समय टोपी, छाता, चश्मा, गमछा और जूते पहनें। शराब, चाय, कॉफी से बचें। यात्रा करते समय पानी की बोतल साथ रखें और गीले कपड़े का प्रयोग करें। नींबू पानी, लस्सी, कच्चे आम का पना आदि घरेलू पेय पीएं। तबीयत बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त पानी दें। कार्यस्थल पर पानी की सुविधा सुनिश्चित करें। इसके अलावा जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि बच्चों और पालतू जानवरों को गर्म वाहनों में न छोड़ें। गर्मी रोकने के लिए खिड़कियों पर रिफ्लेक्टर लगाएं। धूप वाली खिड़कियों पर काले पर्दे लगाएं। मौसम विभाग के पूर्वानुमानों पर नजर रखें। अनावश्यक रूप से बाहर न जाएं।