हमीरपुर- उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में लकड़बग्घा (हायना) की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है, मौदहा क्षेत्र के पाटनपुर गांव में तैतीस भेडो को शिकार बनाने के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों को रात में खेतों में निकलने पर रोक लगा दी है।
वन रेजंर का कहना है कि हायना किसी भी व्यक्ति पर किसी समय हमला कर सकता है। घटना के बाद कमिश्नर डीआईजी व बन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया है।
प्रभागीय बनाधिकारी (डीेेएफओ) एके श्रीवास्तव ने रविवार को बताया कि गांव मे गयादीन पाल का पशुबेडा घर से चंदकदम दूर पर है पशुवेड़ा एक तरफ खुला होने के कारण लकड़बग्घों ने झुंड के साथ घुसकर भेड़ो पर आक्रमण कर दिया और करीब पच्चीस भेड़ो व बारह भेडो के बच्चों को घायल कर दिया है जिससे सभी की मौके पर मौत हो गयी है।
पशुमालिक ने सुबह देखा तो पूरे बाडे में भेडें मरी पड़ी थीं। पशु पालक का कहना है कि कम से उनका दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है। उसने जाकर गांव में सभी को जानकारी दी पुलिस को जानकारी दी गयी। पुलिस ने मौके पर जाकर वन विभाग की टीम के साथ निरीक्षण किया और सभी मृत भेड़ो का पोस्टमार्टम कराने के बाद गांव के बाहर ही दफना दिया है।
डीेएफओ का कहना है कि लकड़बग्घा झुंड में रहते है इधर जिले में बाढ आने से ये हिंसक पशु अपनी मांद छोड़कर गांव की तरफ आ जाते है जिससे यह घटना हो गयी है । उनका कहना है कि गांव में पांच बन रक्षक व टीम लगा दी गयी है। सभी ग्रामीणों को सावधान कर दिया गया है कि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर रात में अकेले नही जायेगा बच्चों को विशेष तौर पर जाने पर रोक लगा दी गयी है।
डीएफओ का कहना है कि लकड़बग्घा कभी भी अकेले पाकर मानव हमला कर सकता है। इधर हमीरपुर जिले में इस प्रकार की घटना पहली मर्तवा होने पर ग्रामीण भारी दहशत मे है। जानकारी होने पर चित्रकूटधाम के कमिश्नर ए के सिंह व डीआईजी के अलावा डीएम हमीरपुर घनश्याम मीणा मौके पर जाकर ग्रामीणों से बात कर उनको आश्वासन दिया है।