सुल्तानपुर/सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सुल्तानपुर और सिद्धार्थनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह जब गोरखपुर में सांसद थे तो माफिया को अकेले चैलेंज करते थे। गोरखपुर में इन्हें दौड़ाते थे।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय प्रदेश के सभी गुंडे-माफिया सरकार में शामिल होते थे और प्रदेश को लूटते थे। अनाचार और अव्यवस्था फैली थी। बेटी-व्यापारी असुरक्षित थे। गरीब भूख से मरता था, किसान आत्महत्या करता था, नौजवान पलायन करता था। सपा का एक ही नारा था, खाली प्लॉट पर कब्जा हमारा। इनके कब्जों को हटाने, माफिया और गुंडों को ठीक करने के लिए हमने बुलडोजर दिया।
व्यापारियों से कहता था कि जूता-चप्पल लेकर इन्हें दौड़ाओ। जहां मिल जाएं, हिम्मत तोड़कर भगा दो। उन्होंने कहा कि 1996 से हमने गोरखपुर में एक भी व्यापारी से रंगदारी वसूली नहीं होने दी। माफिया कोई रहा भी, उसे औकात में रखा। गोरखपुर का विकास हुआ और अब ऐसा लगता है कि बाबा गोरक्षनाथ साक्षात प्रकट होकर इस नगरी को आशीर्वाद दे रहे हैं। यही हाल अयोध्या का भी है। सपा के समय दंगे होते थे। शोहरतगढ़ हो या डुमरियागंज, इटावा हो या कपिलवस्तु, कपिलवस्तु के विशुनपुर में दो यादव मारे गए थे। सपा सरकार में भी एफआईआर तक दर्ज नहीं हो रही थी, तब मैं गोरखपुर में सांसद था और वहां से आकर एफआईआर करवाया था।
डुमरियागंज में दिव्यांग बालिका से दुराचार हुआ था, तब सपा के लोग बेशर्मी से आरोपियों को बचा रहे थे। हमने तब भी आंदोलन कर परिवार को न्याय दिलाया था, लेकिन आज कोई दुराचारी अनाचार नहीं कर सकता। उसे पता है कि बेटी-व्यापारी और राहगीर की सुरक्षा पर खतरा हुआ तो शाम तक उसकी रामनाम सत्य की यात्रा भी निकल जाएगी। सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर से एक माफिया को लोगों ने लात मारकर भगाया है। अब वह यहां से आकर चुनाव लड़ रहा है। उसके साथ कोई भी शरीफ नहीं होगा, बल्कि सभी माफिया और गुंडे होंगे। ये लोग जनता की गाढ़ी कमाई पर डकैती डालते हैं। सैकड़ों करोड़ रुपये इन लोगों ने खुर्द-बुर्द कर दिया, पैसा ही गायब हो गया। इनके काले कारनामों के कारण पिछले दिनों सीबीआई और ईडी ने छापेमारी कर संपत्ति जब्त की। यह पेशेवर माफिया हैं।
गरीबों का खून चूसते हैं, व्यापारी का उत्पीड़न करते हैं और शरीफों का जीना दुश्वार करते हैं। उन्होंने कहा कि आज जनता में एक ही नारा गूंज रहा है – फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार चार सौ पार। इसे सुनकर ही सपा चारों खाने चित हो जाती है। समाजवादी पार्टी तो पहले तय ही नहीं कर पाई थी कि यहां से टिकट किसे दें। एक के बाद एक टिकट बदला और फिर जब किसी को नहीं दे सकी तो गोरखपुर से ठुकराए गए व्यक्ति को यहां पर लाकर रख दिया है। मगर देश की जनता कहती है कि चाहे जितना जोर लगा लो, जीतेंगे तो मोदी ही और आएंगे तो मोदी ही।