नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष (फरवरी 2023 तक) के दौरान भारत की बिजली खपत पहले ही पूरे 2021-22 के लिए आपूर्ति के स्तर को पार कर चुकी है। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 की अप्रैल-फरवरी अवधि के दौरान बिजली की खपत 10 प्रतिशत बढ़कर 1,375.57 बिलियन यूनिट हो गई।
2021-22 की अप्रैल-फरवरी अवधि में बिजली की खपत 1,245.54 बिलियन यूनिट थी। 2021-22 में कुल बिजली खपत 1,374.02 बिलियन यूनिट थी, जो चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-फरवरी अवधि के 1,375.57 बिलियन यूनिट से काफी कम है।
बिजली मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, अप्रैल 2023 के दौरान देश में अधिकतम बिजली की मांग 229 गीगावॉट रहने की उम्मीद है, जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान दर्ज 215.88 गीगावॉट से अधिक है।
अनुमानों के अनुसार, अप्रैल के दौरान ऊर्जा की मांग 1,42,097 मिलियन यूनिट रहने की उम्मीद है, जो 2023 में सबसे अधिक है, मई में 1,41,464 मिलियन यूनिट पर आने से पहले और नवंबर के दौरान 1,17,049 मिलियन यूनिट तक और घटने की उम्मीद है।