Friday, November 22, 2024

वक्त की मांग है ऊर्जा की बचत

आज के मशीनीकरण युग में घर, दफ्तर सभी स्थानों पर आधुनिक उपकरणों का अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है जिससे हमारे ऊर्जा के स्रोतों के भंडार हमारा साथ बहुत अधिक समय तक दे पाने में असमर्थ हो जाएंगे। ऐसे में हमें ऊर्जा संरक्षण पर पूरा ध्यान देना चाहिए चाहे ऊर्जा के स्रोतों में बिजली, रसोई गैस, मिट्टी का तेल, पेट्रोल, डीजल ही क्यों न हों।

हर कुछ समय के अंतराल में ऊर्जा स्रोतों के दाम इतने बढ़ा दिए जाते हैं कि आम जनता का बजट हिचकोले लेने लगता है क्योंकि मांग की पूर्ति को पूरा करने के लिए नए संयंत्र लगाए जाते हैं जिन पर करोड़ों रूपए खर्च होते हैं उन खर्चों की पूर्ति दाम बढ़ा कर पूरी की जाती है।

यदि हम बिजली के उपकरणों का प्रयोग सावधानी पूर्वक करें तो हम बिजली संरक्षण कर सकते हैं। इसी प्रकार पेट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल, रसोई गैस का प्रयोग भी सतकर्तापूर्वक करें तो हम इन ऊर्जा स्रोतों का संरक्षण कर सकते हैं। आइए हम सब छोटी-छोटी बातों को व्यवहार में लाकर ऊर्जा संरक्षण का व्रत लेते हैं।

बिजली से चलने वाले संयंत्रों से कैसे ऊर्जा की बचत की जा सकती    है:-
दिन के समय जहां आवश्यकता न हो, वहां टयूब, बल्ब न जलाएं। सूर्य का प्रकाश यदि पर्याप्त हो तो उसी का पूरा लाभ उठायें।

जिन स्थानों पर कम प्रकाश से काम चल जाए, वहां कम वोल्ट की टयूब या एनर्जी सेविंग बल्ब लगवाएं।
बल्ब के स्थान पर टयूब लाइट या सी.एफ. एल का प्रयोग करें।
पुरानी चोकों को बदलकर इलेक्ट्रोनिक चोक लगवाएं। दिन में खिड़की, दरवाजे खोल कर रखें।

जिन कमरों में काम न हो, वहां बिजली, पंखा, टी. वी. कूलर तुरंत बंद करके उठें ताकि अनावश्यक बिजली का दुरूपयोग न हों।
पंखों के नए रेगुलेटर लगवाएं।

फ्रिज के दरवाजे को अच्छी तरह बंद करें ताकि उसकी कूलिंग बेकार न जाए।
दरवाजे को बार-बार-न खोलें।
सर्दी के दिनों में फ्रिज को कम स्पीड पर सेट करें।

गर्म भोजन को फ्रिज में एकदम न रखें। पहले उन्हें सामान्य तापमान पर आने दें।
यदि घर पर वस्त्र प्रेस करते हैं तो प्रयास करें प्रतिदिन प्रेस न लगाएं सप्ताह में दो या तीन बार ही लगाएं।
सिंथेटिक वस्त्रों को या जो वस्त्र कम ऊर्जा में प्रेस हो सकते हैं उन्हें पहले प्रेस करें काटन के वस्त्रों को बाद में।

पेट्रोल, डीजल में बचत
पूल करके ही ऑफिस, कॉलेज, स्कूल गाड़ी पर जाएं।
जिन स्थानों पर आसानी से बसों, गाडिय़ों, रिक्शा या प्राइवेट व्हीकल पर जाया जा सकता हो, उन का प्रयोग अधिक करें ताकि स्कूटर, बाइक, कार का पेट्रोल व्यर्थ न जाए। आफिस आने जाने के लिए यदि कैब की व्यवस्था हो तो उसका लाभ उठायें।

बड़े ग्रुप में पिकनिक आदि जाने के लिए एक मोटर गाड़ी की व्यवस्था करके जाएं ताकि अपनी अपनी गाड़ी पर जाने से पेट्रोल, डीजल की बचत हो सके।

घरेलू गैस की बचत
खाना बनाने से पूर्व आवश्यकता वाला सामान पहले इकट्टा कर लें।
बरतन को चूल्हे पर रखकर गैस जलाएं। सूखे बरतन को ही आंच पर रखें।
गैस के बर्नर की सफाई करते रहें।

जो दालें भिगो कर बना सकते हैं या चावल उन्हें पहले भिगो दें ताकि ऊर्जा की बचत हो सके।
खाना बहुत बड़े बरतनों में न पकाएं।

बिजली के उपकरण, गैस के चूल्हे खरीदते समय आई.एस.आई या बी आई. एस. का मार्क देखकर खरीदें। सौर ऊर्जा वाले उपकरणों का प्रयोग अधिक से अधिक करें। सेंसरफिट वाले उपकरणों का प्रयोग अधिक करें ताकि वे अधिकतम उपयोग के स्तर पर स्वयं बंद हो जाएं।

बिजली के उपकरण हमेशा बिजली स्विच से कम दूरी पर रख कर प्रयोग करें।

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