लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हुए पिछले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को आठ महीने बीत चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव तथा औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के सीईओ के साथ विशेष बैठक कर सीएम ने विभागवार और जनपदवार निवेश प्रस्तावों की समीक्षा की और क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सीएम ने स्पष्ट कर दिया है कि 15 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को अंतिम रूप देने के बाद ही ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होगी। उन्होंने सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव अपने विभागीय मंत्रीगण के नेतृत्व में अपने सम्बंधित विभागों को प्राप्त हर एक औद्योगिक निवेश प्रस्ताव की तत्काल समीक्षा करने के लिए कहा।
समिट में 39.52 लाख करोड़ के औद्योगिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये थे। आदित्यनाथ ने निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने की तैयारी तेज करने के निर्देश दिए। सभी प्रस्तावों पर यदि निवेश हुआ तो राज्य में 1.10 करोड़ रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
ये प्रस्ताव मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन एनर्जी, ईवी, टेक्सटाइल, डेटा सेंटर, फ़ूड प्रोसेसिंग, सर्कुलर इकॉनमी, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित विभिन्न सेक्टरों से हैं। समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने सीएम को बताया कि आठ हजार से अधिक परियोजनाएं जमीन पर उतरने को तैयार हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नवगठित बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में 36 हजार एकड़ भूमि अधिग्रहण किया जाना है। यहां सीईओ व अन्य मानव संसाधन की तैनाती तत्काल कर दी जाए। यह प्रयास प्रदेश में बुंदेलखंड के विकास को एक नई ऊंचाई देने वाला होगा। उन्होंने कहा कि उद्योगों के लिए भूमि प्राथमिक आवश्यकता है। भूमि अधिग्रहण के लिए नवगठित बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) सहित विभिन्न प्राधिकरणों को आवश्यक धनराशि जारी की गई है। इनका यथोचित उपयोग करते हुए लैंडबैंक का विस्तार किया करें।