उन्होने कहा कि यात्रा में आमजन से सीधा संपर्क करने, उनमें जागरूकता पैदा करने और उन्हें स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर को सुलभ कराने, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उपयुक्त पोषण, विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छ पेयजल इत्यादि जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है। यात्रा के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में उपस्थित नागरिकों को ‘पंच प्रण’ की शपथ भी दिलाई जाए।
श्री योगी ने कहा कि यात्रा के दौरान विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के अनुभव प्राप्त किए जाएं। प्रगतिशील किसानों से संवाद करें, उन्हें सम्मानित करें। आयुष्मान कार्ड, जल जीवन मिशन, जन धन योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, ओडीएफ प्लस की स्थिति जैसी योजनाओं की शत-प्रतिशत परिपूर्णता प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायतों की उपलब्धियों का उत्सव मनाया जाए। आयोजन स्थल पर क्विज प्रतियोगिताएं, स्थानीय खिलाड़ियों का अभिनंदन, स्वास्थ्य शिविर, सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे विभिन्न जन भागीदारी कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
उन्होने अधिकारियों से कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए रूट आदि का चयन कर लिया जाए। इस संबंध ने राज्य स्तर पर मुख्य सचिव, जिला स्तर व स्थानीय निकायों में जिलाधिकारी तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान के नेतृव में कमेटियां गठित की जा चुकी हैं। जहां कार्यक्रम आयोजित होने हैं, उसकी विधिवत जानकारी पहले से ही क्षेत्रीय जनता को होनी चाहिए, ऐसे में इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए।
श्री योगी ने कहा कि यात्रा की सफलता में लेखपाल, आशा बहू, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, पंचायत सहायक, आशा बहू, रोजगार सेवक, पोस्ट मास्टर, बीसी सखी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यात्रा के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कृषि विभाग तथा नगरीय क्षेत्र में नगर विकास विभाग द्वारा नोडल विभाग के रूप में समन्वय का किया जाए।
उन्होने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में सभी सरकारी विभागों की सहभागिता होनी है। कार्यक्रमों में प्रदेश सरकार के माननीय मंत्रीगण/स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति कराई जाए। विभिन्न लोककल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए सरल शब्दों में प्रकाशित हैंडबिल आदि सामग्री भी वितरित की जानी चाहिए।