खतौली। नगर व खतौली देहात क्षेत्र भूड़ के लोगों को जल्दी करोड़पति बनाने का ख्वाब दिखाकर इनके करोड़ों रुपये अमीर बनाने वाली एक फर्जी कंपनी में निवेश कराने वाले कथित एजेंट ने कंपनी के ठग संचालकों के फरार होने की अफवाहों के बीच सोशल मीडिया पर विडियो वायरल करके निवेशकों को इनका रुपया सुरक्षित होने का आश्वासन दिया है।
दूसरी ओर चर्चा है कि समुदाय विशेष से संबंध रखने वाला कथित कंपनी का संचालक अपना धर्म और नाम बदलकर भोले भाले लोगों को ठगने का काम कर रहा है। फर्जी कंपनी के कथित एजेंट ने सोशल मीडिया पर विडियो वायरल करके पांच दिसंबर को खातों में प्रॉफिट की किस्त का रुपया आने का आश्वासन निवेशकों को दिया है।
जानकारी के अनुसार हल्दी लगे ना फटकी रंग चढ़े चौखा की तर्ज़ पर जल्दी अमीर बनाने वाली एक फर्जी कंपनी के भागने की अफवाहों का बाज़ार गर्म होने से इसमें अपना रुपया निवेश करने वाले नगर और खतौली ग्रामीण क्षेत्र भूड़ के रहने वाले कुछ लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।
बताया गया कि हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश व गोवा में फॉरेक्स (विदेशी मुद्रा) ट्रेडिंग करने के लिए कुछ शातिरों ने करीब ढाई साल पहले केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में क्यूएफएक्स के नाम से एक कंपनी का पंजीकरण करवाया था।
कंपनी 20 जुलाई 2021 को अस्तित्व में आई थी। कंपनी रजिस्टर्ड कराते समय व्यवसाय सहायता सेवा गतिविधियां दर्शाया गया था। हिमाचल के मंडी जिले के तीन ठग कंपनी के निदेशक थे। बताया गया कि हिमाचल में 210 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद तीनों ठग दुबई भाग गए हैं। चर्चा है कि फर्जी कंपनी के नेटवर्क से जुड़ा खतौली ग्रामीण क्षेत्र भूड़ निवासी एक व्यक्ति पांच साल में सवा करोड़ रुपए कमाने का झांसा देकर लोगों को फर्जी कंपनी से जोडऩे का काम करता था।
बताया गया कि क्यूएफएक्स कंपनी का फर्जीवाड़ा उजागर होते ही कथित ठग संचालकों के दुबई फरार होने के बाद इन्ही का एक साथी समुदाय विशेष से संबंध रखने वाला एक युवक अपना धर्म और नाम बदलकर कथित एजेंट के साथ मिलकर निवेशकों को झांसा देने के लिए सक्रिय हो गया है, जिसके बाद कथित ऐजेंट ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड करके क्यूएफएक्स कंपनी का भट्टा बैठने के बाद निवेशकों का रुपया सुरक्षित होने व प्रॉफिट की किस्त पांच दिसंबर को इनके खाते में आने का आश्वासन दिया है।
उल्लेखनीय है कि क्यूएफएक्स कंपनी का फर्जीवाड़ा उजागर होते ही निवेशकों की नवंबर माह की प्रॉफिट किस्त इनको नहीं मिली है, जिसके चलते निवेशकों में अपना रुपया डूबने की आशंका के चलते भारी बैचेनी है। निवेशकों द्वारा टॉर्चर किए जाने के बाद कथित ऐजेंट का दावा है कि फरार संचालकों के साथी एल चौधरी ने नई कंपनी बनाकर सारी बागडोर अपने हाथ में ले ली है। चर्चा है कि यह एल चौधरी वही है, जो कि पूर्व में समुदाय विशेष से संबंध रखता था और जिसका नाम लखनऊ के नवाबों जैसा है। कथित एजेंट द्वारा सोशल मीडिया पर दावे के बाद कंपनी से जुड़े निवेशकों की नजऱ पांच दिसंबर पर लग गई है।