मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव पीनना निवासी आरटीआई कार्यकर्ता सुमित मलिक ने जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी को दिए एक शिकायती पत्र में बताया कि जनपद में हजारों की संख्या में कीटनाशक दवाइयां की दुकानें हैं जिन पर भारी मात्रा में नकली फर्टिलाइजर कीटनाशक दवाइयां मिलती है किसानों के गन्ने की फसल में रोग को बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयां उपयोग में लाई जाती है, जो दुकानदारों द्वारा बिना कंपनी के नकली दवाइयां बाजार में खुला बिक रही ,है उन दवाइयां पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जनपद की सभी कीटनाशक दवाइयां की दुकानों के फर्टिलाइजर की सैंपल कराकर नकली दवाई बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें। कीटनाशक दवाई बेचने वाले दुकानदार अपने निजी स्वार्थ के चलते किसानों से कई गुना अधिक धन कमाने के चक्कर में नकली दवाई भी किसानों को दे रहे हैं, कई वर्षों से निरंतर दवाइयां के सैंपल भी भरे जाते हैं लेकिन कठोर कार्यवाही किसी पर नहीं होती है।
उन्होंने बताया कि किसान को नकली दवाई देकर ठगा जा रहा है, किसान ठगी महसूस कर रहा है दुकानदार द्वारा किसानों को दवाई देने के उपरांत कच्चा बिल दिया जाता है, पक्का बिल भी नहीं दिया जाता है, दुकानदार जीएसटी चोरी की भी कोशिश करता है, जिससे सरकार को भी भारी नुकसान हो रहा है, जनपद की सभी फर्टिलाइजर बनाने वाली कंपनियों की भी जांच होनी चाहिए। जनपद की सभी फर्टिलाइजर कीटनाशक दवाइयां के सेंपलिंग लिए जाए, जांच के उपरांत गलत कीटनाशक दवाई बेचने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए ।