शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले कलेक्ट्रेट पहुंचे दर्जनों किसानों ने सरकार के कृषि बिल की प्रतियाँ जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का साफ तौर पर कहना है कि जिस तरह से सरकार उनपर यह कृषि कानून थोप रही है। वह सरासर गलत है। सरकार की गलत नीतियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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आपको बता दें कि सोमवार को किसान यूनियन के पदाधिकारीयो के नेतृत्व में सैकड़ो किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां किसानों में सरकार के कृषि बिल को लेकर बड़ा आक्रोश देखने को मिला है। जहां आक्रोशीत किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कृषि बिलो की प्रतियाँ जलाकर अपना विरोध जताया।
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इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी सरकार किसान विरोधी है और जबरन ये काले कृषि कानून किसानों पर थोपना चाहती है। किसानों का कहना है, कि सरकार फिर से यह काला कानून ला रही है। जिससे सरकारी मंडिया पूरी तरह खत्म हो जाएगी और कॉर्पोरेट घरानों का कब्जा हो जाएगा। जब मंडियां खत्म हो जाएगी तो किसान अपनी फसल बेचने कहां जाएगा। कृषि कानून में इन्हीं सभी बातों को लेकर किसानों में आक्रोश है। जिसके चलते किसानों ने सरकार के इन काले कृषि कानूनो की पत्तियां जलाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। किसानों का कहना है कि पूर्व में भी किसानों ने कृषि कानूनो के विरोध में दिल्ली में धरना दिया था। जिसके बाद सरकार बैक फुट पर आई थी। लेकिन आप फिर से सरकार वादा खिलाफी पर उतर आई है। सरकार को ज्ञात होना चाहिए कि दिल्ली दूर नहीं है।