नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 121 दिन से धरनारत किसानों ने आज किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 89वीं जयंती किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान किसानों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके कार्यों को याद किया। धरना स्थल पर एक संगोष्ठ का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष चौधरी महेन्द्र मुखिया ने कहा कि किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने किसानों को सम्मान दिलाया। किसानों की आवाज को सत्ता तक पहुंचाया। 80 के दशक में जब किसानों का उत्पीड़न चरम पर था। किसानों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था। उस समय देश का किसान सरकारी तंत्र से पीड़ित था। इस उत्पीड़न के विरुद्ध देश के तमाम हिस्सों से अन्नदाता की मजबूत आवाज को कई गैर राजनैतिक किसान नेताओं ने धार देने का काम किया। उसी आवाज में से एक आवाज चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत की थी।
उन्होंने कहा कि टिकैत ने किसानों की आवाज को दिल्ली के हुक्मरानों तक पहुंचाने के लिए दिल्ली में किसान पंचायत की घोषणा कर दी। 25 अक्टूबर 1988 को कई लाख किसानों के साथ चौ. टिकैत ने वोट क्लब नई दिल्ली पर किसान महापंचायत का आयोजन किया, लेकिन सरकार की बेरुखी के कारण चौ. टिकैत ने इस महापंचायत को अनिश्चितकालीन धरने में तब्दील कर दिया। किसान आन्दोलन के इतिहास में यह आन्दोलन महत्वपूर्ण रहा।
धरना स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में किसानों ने किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष चौधरी महेन्द्र मुखिया, प्रदेश सचिव दया प्रधान, जिला महासचिव धनेश प्रधान, विरन नेता, राजेन्द्र आर्य, सतवीर प्रधान, लाला प्रधान, रोहित भड़ाना, विक्रम भाटी, आशीष नागर, रेबिन खारी, जितेन्द्र गुरू सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहें।
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 121 दिन से धरनारत है। किसान पुश्तैनी-गैर पुश्तैनी का भेद खत्म करने, किसान के 4 फीसदी प्लाट, 1997 से सभी किसानों को 64.7 फीसदी का मुआवजा, रोजगार सहित अन्य मुद्दों को लेकर धरनारत है। । धरनारत किसानों का साफ शब्दों में कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जायेगी उनका धरना जारी रहेगा।