कानपुर। नगर निकाय चुनाव का परिणाम अबकी बार पूरी तरह से भाजपा के नाम रहा और नगर निगम में तो विपक्ष का खाता भी नहीं खुला। अगर हम कानपुर की बात करें तो प्रमिला पाण्डेय ने लगातार दूसरी बार महापौर बनकर इतिहास रच दिया। इनका चुनावी नारा पहली बार ‘रिवाल्वर रानी’ रहा तो दूसरी बार जनता के बीच ‘अम्मा’ का नारा हिट हुआ। प्रमिला दो बार महापौर बनने से पहले दो बार सिविल लाइन से पार्षद भी रह चुकी हैं।
मूल रुप से जौनपुर यानी पूर्वांचल की रहने वाली प्रमिला पाण्डेय ने कानपुर से इण्टरमीडिएट की शिक्षा ग्रहण की और यहीं पर उनकी ससुराल भी है। पति शंकर पाण्डेय कानपुर रजिस्ट्रार आफिस में कार्यरत थे और इनके दो बच्चे हैं। प्रमिला लम्बे समय तक आरएसएस से जुड़ी रहीं और बाद में 1989 में भाजपा से जुड़ गईं। इसके बाद सिविल लाइन्स वार्ड 52 से दो बार पार्षद चुनी गईं।
वह महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। बीजेपी के किसी भी प्रदर्शन में वो हमेशा अपनी स्कूटी पर पार्टी के चार झंडे लगाकर सबसे आगे रहती हैं। लोग उन्हें, चाची, युवा दादी और दीदी के नाम से पुकारते हैं। उनके पास पर्सनल बन्दूक और रिवॉल्वर, जबकि पति के पास भी बंदूक और रिवाल्वर है। रिवाल्वर और बन्दूक लेकर चलना उनका शौक है और पहली बार जब 2017 में महापौर का चुनाव लड़ी तो रिवाल्वर रानी के नाम से चुनावी नारा चला जो जनता को बहुत पसंद आया।
इसके बाद जब पार्टी ने इस बार उन्हें दोबारा मेयर का उम्मीदवार बनाया तो उनकी उम्र को देखते हुए अम्मा चुनावी नारा बना और यह नारा भी लोगों के दिलों पर राज करने लगा। इस प्रकार पहली बार रिवाल्वर रानी तो दूसरी बार अम्मा का नारा उनकी जीत में सफल रहा।
कानपुर को बनाएंगे मॉडल सिटी
भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार के जरिए विकास का वादा, योगी सरकार की प्रदेश अपराध मुक्त शासन व्यवस्था ने भाजपा को और भी मजबूत किया है। इसके अलावा विपक्षी दलों के वोटों के बिखराव से बीजेपी को पिछले नगर निकाय चुनाव से ज्यादा वोट हासिल हुए। नव निर्वाचित महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि, कानपुर को मॉडल सिटी बनाने का प्रयास करेंगे। स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर महानगरों की रैंकिंग में टॉप पर आने का भी पूरा प्रयास किया जाएगा। कानपुर के लोगों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा। शहर की सेहत और सूरत में अब बड़ा बदलाव आने वाले वक्त में दिखेगा।