लखनऊ। लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, घंटाघर हेरिटेज क्षेत्र में 9.72 करोड़ की लागत से फूड कोर्ट बन रहा है। फूड कोर्ट बन जाने के बाद हेरिटेज क्षेत्र घूमने आने वाले लोगों को अच्छे व्यंजन खाने को मिलेंगे। बड़ी कम्पनियों के लजीज व्यंजनों की विभिन्न किस्में भी हेरिटेज क्षेत्र में बिकती मिलेगी।
फूड कोर्ट बनने से पहले इस स्थान पर हुसैनाबाद नीबू बाग विद्युत उपकेन्द्र था। उपकेन्द्र के स्थान का उपयोग कर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने हेरिटेज जोन की सुंदरता को चार चांद लगाने के लिए फूड कोर्ट बनाने की योजना बनायी। पुराने लखनऊ में यह पहला फूड कोर्ट होगा, जिसे लगभग पूरा कर लिया गया है।
वातानुकूलित वातावरण को बनाने के लिए अभी फूड कोर्ट में विद्युतीकरण का कार्य कराया जा रहा है। वर्तमान समय में हेरिटेज जोन के अंतर्गत आने वाले छोटा इमामबाड़ा से कैसरबाग तक के क्षेत्र को पूरी तरह से सुंदरता प्रदान की जा रही है। इस कार्य को लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और अधिकारियों की देखरेख में पूरा कराया जा रहा है। मार्च माह के अंत तक हेरिटेज जोन का पूरा कार्य होने की सम्भावना है।
पर्यटकों के लिए फूड कोर्ट की जरुरत
उत्तर प्रदेश में नवाबों के शहर को देखने के लिए आने वाले पर्यटकों को इमामबाड़ा, भूलभुलैया, घंटाघर घूमने के बाद अच्छे व्यंजनों की जरुरत महसूस होती रही है। जिसके लिए पर्यटकों को चौक, अमीनाबाद, हजरतगंज तक जाना पड़ता है। लेकिन अब हेरिटेज क्षेत्र के साथ फूड कोर्ट की शुरूआत होने से इसकी कमी दूर हो जाएगी।
ठेला लगाने वाले हटाये गये
खाने पीने की वस्तुओं को बेचकर गुजारा करने वाले रेहड़ी वालों को हेरिटेज जोन के बाहर कर दिया गया है। उनके ठेलाें को हेरिटेज की सुन्दरता को देखते हुए दूर रखा गया है। हेरीटेज क्षेत्र से ठेला-रेहड़ी वालों को बाहर किए जाने से नो वेडिंग जोन में इसलिए भी ठेले लग रहे हैं।