पटना । बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व आखिकार पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और उनकी पार्टी रालोजपा(राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी) ने एनडीए से सभी रिश्ते खत्म करने की घोषणा कर ही दी।
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पटना के बापू सभागार में अम्बेडकर जयंती पर साेमवार काे आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पशुपति पारस ने कहा कि अब हम अपनी पार्टी और संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। साथ ही जहां हमें उचित सम्मान दिया जाएगा, हम उन्हीं लोगों के साथ जाएंगे। उन्हाेंने एनडीए की सरकार को दलित विरोधी और भ्रष्टाचारी बताया।
पशुपति पारस इस दौरान उन्होंने वक्फ बिल को मुसलमानों के साथ अन्याय बताया। उन्हाेंने कहा कि बाबा साहब ने सभी को मौलिक अधिकार दिया है। वक्फ बिल का हम विरोध करते हैं। माैके पर पशुपति पारस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान काे भारत रत्न देने की मांग भी केन्द्र सरकार से की।
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लोकसभा चुनाव में सीट नहीं मिलने से पशुपति पारस नाराज चल रहे थे लेकिन अभी तक उन्होंने एनडीए से अपने रिश्तों को खत्म करने की घोषणा नहीं की थी। हाल में ही दही चूड़ा भाेज में पारस लालू यादव के घर पहुंचे थे तब से ही उनके महागठबंधन में जाने के कयास लगाये जा रहे थे,जिसे आज उनके बयान के बाद लगभग सही माना जा सकता है।