भोपाल। मध्य प्रदेश में सामूहिक आत्महत्या के एक संदिग्ध मामले में शुक्रवार को टीकमगढ़ जिले में एक ही परिवार के चार सदस्यों ने चलती ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। हादसे में दंपति और उनकी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका बेटा ऐन मौके पर भागने में सफल रहा। पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान पेशे से किसान लक्ष्मण नामदेव (50), उनकी पत्नी रजनी नामदेव (45) और उनकी बेटी विनी नामदेव के रूप में हुई है। परिवार द्वारा इतना बड़ा कदम उठाने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
कुछ राहगीरों ने पुलिस को सूचित किया कि टीकमगढ़ जिले के खड़गपुर के पास रेलवे ट्रैक के किनारे शव पड़े मिले। शव के पास मिले आधार कार्ड के अनुसार लक्ष्मण नामदेव टीकमगढ़ जिले के मातोल गांव का रहने वाला था। पुलिस के मुताबिक घटना के तीन दिन पहले लक्ष्मण के बेटे पर मोहल्ले में चोरी का आरोप लगा था। घटना के बाद लड़के ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस द्वारा मामले में पूरे परिवार को गिरफ्तार करने की धमकी के बाद उन्होंने यह कदम उठाया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हम सामूहिक आत्महत्या के सही कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने घटना की न्यायिक जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वहीं दूसरी तरफ, सतना जिले में आर्थिक तंगी के कारण 55 वर्षीय व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने के तीन दिन बाद यह चौंकाने वाली घटना हुई। मृत व्यक्ति की बिस्तर पर पड़ी बेटी ने आरोप लगाया कि उसके पिता कुछ साल पहले हादसे में उसकी रीढ़ की हड्डी टूटने के बाद उसके इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ थे।
उसने यह भी आरोप लगाया कि उसके पिता आयुष्मान कार्ड प्राप्त करने के लिए दर-दर भटक रहे थे, लेकिन सतना जिले में भ्रष्ट अधिकारियों के कारण सफल नहीं हो पाए, अंतत: उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।