मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितों की राज्य सरकार बढ़-चढ़कर मदद करेगी। जून से अब तक भारी बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए जल्द मदद की रकम लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जाएगी।
सीएम शिंदे ने कहा कि पूरे राज्य में बारिश की रफ्तार तेज हो गई है और कुछ इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ के पानी से नागरिकों के घरों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार ने ऐसी स्थितियों में आपदा पीड़ितों की मदद के लिए हमेशा हाथ बढ़ाया है और पीड़ितों को 5000 रुपये की अतिरिक्त मदद दी जाने वाली है। यह बढ़ी हुई मदद जून से अक्टूबर तक चालू मानसून सीजन के दौरान प्राकृतिक आपदाओं के लिए प्रदान की जाएगी।
सीएम शिंदे ने कहा कि घर के जलमग्न होने, पूरी तरह से बह जाने या पूरी तरह ढह जाने पर कपड़ों के नुकसान के लिए प्रति परिवार 2500 रुपये और घरेलू बर्तनों, वस्तुओं के नुकसान के लिए प्रति परिवार 2500 रुपये वर्तमान में प्रदान किए जाते हैं। राज्य सरकार ने अब यह राशि दोगुनी कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कपड़े और घरेलू बर्तनों के नुकसान पर अब 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। राज्य आपदा कोष से दुकानदारों को भी आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि दुकान पानी में डूब जाए, दुकान पूरी तरह बह जाए या दुकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाए तो ऐसे दुकानदारों को नुकसान का 75 प्रतिशत या अधिकतम 5000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसी तरह टपरी धारकों को भी पंचनामे के आधार पर वास्तविक नुकसान का 75 प्रतिशत अथवा अधिकतम 10 हजार रुपये तक की विशेष आर्थिक सहायता दी जायेगी। यह आर्थिक मदद आधिकारिक तौर पर पंजीकृत और लाइसेंस प्राप्त पीड़ितों को प्रदान की जाएगी, जो स्थानीय निवासी हैं, जिनका नाम स्थानीय मतदाता सूची में है और जो राशन कार्ड धारक हैं।