दीव। । भारत की G20 अध्यक्षता में गुरुवार को दीव (दीव, दमन, नगर हवेली) में 5वीं G20 अनुसंधान एवं नवाचार पहल समूह (रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग- RIIG) सम्मेलन का
आयोजन किया गया। दो दिवसीय सम्मेलन के इस मौके पर G20 सदस्यों, आमंत्रित अतिथि देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और वैज्ञानिक समुदाय के आमंत्रित विशेषज्ञ प्रतिभागियों के प्रतिनिधियों ने एक सतत ब्लू इकोनॉमी के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
इस सम्मेलन में 35 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि और 40 भारतीय विशेषज्ञ, प्रतिनिधि और आमंत्रित
व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। पहले दिन कुल चार सत्रों का आयोजन किया गया।
बैठक के पहले दिन अलग-अलग सत्रों में ब्लू इकोनॉमी सेक्टर और अवसर, समुद्री प्रदूषण, तटीय और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता, गहरे समुद्र की खोज और नई और नवीकरणीय अपतटीय
ऊर्जा सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। सम्मेलन के दौरान G20 के शेरपा अमिताभ कांत ने दीव में 5वीं G20-RIIG बैठक में एक सतत ब्लू इकोनॉमी पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने समुद्र के पर्यावरण
के सामने आने वाली चुनौतियों और एक स्थायी भविष्य के निर्माणके लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने भविष्य की पीढ़ियों के लिए समुद्री संसाधनों की रक्षा करते हुए आर्थिक विकास और रोजगार सृजित करने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
वहीं दीव के प्रशासक श्री प्रफुल्ल के. पटेल ने दीव में 5वीं G20 RIIG बैठक में दुनिया भर के G20 प्रतिनिधियों का स्वागत करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने मछली पकड़ने और पर्यटन को बढ़ावा देने, आर्थिक कल्याण और कुशल अनुसंधान और नवाचार के अपने दृष्टिकोण को व्यक्त किया।
दीव में G20 की भारत की यात्रा को दर्शाने वाली सप्ताह भर की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में भारत के G20 शेरपा अमिताभ कांत, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. श्रीवारी चंद्रशेखर केंद्र शासित प्रदेश दीव दमन और दादरा नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल मौजूद थे।
इससे पहले रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव कॉन्फ्रेंस (RIIC) में भाग लेने के लिए पहुंचे G20 प्रतिनिधियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। 19 मई को सभी प्रतिनिधि गिर राष्ट्रीय उद्यान और गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर का दौरा करेंगे। इससे पहले सतत ऊर्जा के लिए सामग्री, एनर्जी ट्रांजिशन के लिए सर्कुलर बायो-इकोनॉमी
और इको-इनोवेशन पर RIIG सम्मेलन क्रमशः रांची, डिब्रूगढ़ और धर्मशाला में संपन्न हो चुके हैं।