नयी दिल्ली-केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वत के मामले में गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के एक कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं) और सीजीएम सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के नोएडा में तैनात एक कार्यकारी निदेशक (परियोजना) गेल, और वडोदरा स्थित एक निजी कंपनी और उसके निदेशक, गेल के एक सीजीएम और दिल्ली और झज्जर (हरियाणा) के निवासी दो निजी व्यक्तियों और अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
अन्य ने आरोप लगाया कि कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं) दूसरों के साथ साजिश करके गेल की दो परियोजनाओं के संबंध में अनुचित लाभ पहुंचा रहे थे। सीबीआई ने एक बयान में कहा कि यह भी आरोप लगाया गया कि उक्त निजी कंपनी के निदेशक ने दो निजी व्यक्तियों के माध्यम से 50 लाख रुपये की कथित रिश्वत राशि की व्यवस्था की थी।
बयान के अनुसार यह भी आरोप लगाया गया कि 50 लाख रुपये की रिश्वत निजी व्यक्ति द्वारा उक्त लोक सेवक तक पहुंचाई जाएगी। सीबीआई ने निजी व्यक्ति द्वारा लोक सेवक को कथित रिश्वत राशि देने के बाद जाल बिछाया और दो व्यक्तियों को पकड़ लिया।
बयान में कहा गया है कि ईडी (परियोजनाएं) से 50 लाख रुपये की कथित रिश्वत राशि बरामद की गई। बयान में कहा गया है कि दिल्ली, नोएडा, विशाखापत्तनम और वडोदरा सहित आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली गई, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए।
नोएडा से मिली खबर के मुताबिक प्राइवेट कंपनी को गैस प्रोजेक्ट देने की एवज में 50 लख रुपए की घूस ले रहे गेल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर केबी सिंह को सीबीआई की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस दौरान घूस देने वाले के अलावा कई अन्य की भी गिरफ्तारी की गई है।
आपको बता दें कि मंगलवार को भ्रष्टाचार के मामले पर बड़ा प्रहार करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई की टीम ने राजधानी दिल्ली में छापामार कार्यवाही करते हुए गेल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर केबी सिंह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए गेल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर केबी सिंह के ऊपर आरोप लगा है कि वह 50 लाख रुपए की घूस लेकर एक प्राइवेट कंपनी को गैस प्रोजेक्ट दे रहे थे। इससे पहले सोमवार की देर रात सीबीआई द्वारा नोएडा के सेक्टर- 72 स्थित केबी सिंह के घर पर भी छापा मारा गया था। सीबीआई गेल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स तथा बैंक अकाउंट को अपने कब्जे में लेकर उन्हें खंगाल रही है।