नई दिल्ली | अडानी ग्रुप पर वित्तीय फ्रॉड के आरोपों को लेकर कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि सरकार इस पर सदन के बहस नहीं चाहती है।
राहुल गांधी ने सोमवार को संसद परिसर में कहा, मैं सरकार के बारे में काफी समय से बोल रहा हूं कि ‘हम दो, हमारे दो’। सरकार डरी हुई है कि संसद में अडानी जी पर चर्चा न हो जाए।
राहुल ने कहा केंद्र सरकार और पीएम मोदी यह पूरी कोशिश करेंगे कि संसद में अदानी के बारे में कोई चर्चा नहीं हो। कारण सभी लोग जानते हैं.. मैं पिछले दो-तीन साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं और मैं चाहता हूं कि संसद में इस मुद्दे पर चर्चा हो और दूध का दूध और पानी का पानी जनता के सामने आ जाए।
उन्होंने कहा कि जो लाखों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ, जो हिंदुस्तान का इंफ्रास्ट्रक्च र कब्जा किया गया है.. और उद्योगपति अडानी के पीछे कौन सी शक्ति है यह भी देश को पता लगना चाहिए।
कांग्रेस ने सोमवार को इस मसले पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। एक ओर जहां संसद परिसर में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष समेत तामाम वरिष्ठ नेता गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर पार्टी की यूथ विंग ने दिल्ली के जंतर-मंतर विरोध प्रदर्शन किया।
इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड्गे ने कहा, इस मुद्दे(अडानी स्टॉक क्रैश) को सदन में चर्चा में लाएंगे और जो कमियां हैं वो हम सरकार को बताएंगे। सरकार अब तक चुप क्यों बैठी है? इतना बड़ा घोटाला होने के बाद भी सरकार चुप्पी साधे है। खासकर कि पीएम मोदी कुछ नहीं बोल रहे हैं।
वहीं कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, हम ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) जांच चाहते हैं, सरकार हर चीज को छिपाना चाहती है। सरकार की पोल खुल गई है।
इससे पहले रविवार को कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि अदानी समूह मामले पर सरकार की चुप्पी, सरकार और अदानी की सांठगांठ की तरफ इशारा करती है। कांग्रेस का कहना है कि वह हर रोज केंद्र सरकार से इस विषय पर तीन सवाल भी करेगी।