गाजियाबाद। मिगसन ग्रुप पर जीएसटी की एसआईबी टीम द्वारा छापेमारी से अन्य बिल्डरों में हड़कंप मचा हुआ है। जीएसटी की एसआईबी के रडार पर करीब 15 बड़े बिल्डर हैं। इन सभी बड़े बिल्डरों के खिलाफ ग्राहकों ने रेरा से लेकर शासन तक शिकायत दर्ज कराई हुई है। जीएसटी विभागीय सूत्रों की माने तो मिगसन ग्रुप पर छापेमारी तो एक शुरूआत भर है। अभी कई बड़े बिल्डर एसआईबी के निशाने पर हैं। आने वाले दिनों में इन बड़े बिल्डरों के यहां भी जीएसटी की एसआईबी द्वारा छापेमारी की तैयारी है।
मुज़फ्फरनगर में बाल विवाह, 13 साल की बच्ची की कर दी गई शादी, पूरा सिस्टम शादी रोकने में हुआ विफल
हिडन चार्ज के नाम पर बायर्स से लाखों की वसूली
फ्लैट बुक के बाद बायर्स से लाखों रुपये हिडन चार्ज के रूप में वसूलने की शिकायत पर राज्यकर विभाग एसजीएसटी की विशेष जांच शाखा एसआईबी की टीम ने मिगसन ग्रुप की 15 फर्म के 41 ब्रांचों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान छापेमारी टीम ने कंप्यूटर हार्डडिस्क और जरूरी कागजात अपने कब्जे में लिए हैं। आरोप है कि बिल्डर ने फ्लैट बुक कराने के बाद कई हिडन चार्ज के रूप में मेंटिनेंस, पार्किंग और विद्युत मीटर पर लोड बढ़ाने के नाम पर लाखों रुपये वसूले थे। लेकिन बिल्डर द्वारा हिडन चार्ज के नाम पर वसूली गई रकम पर किसी प्रकार की जीएसटी नहीं जमा की गई। इस मामले की शिकायत ग्राहकों ने रेरा और शासन से की थी। जिसके बाद राज्य कर विभाग के एसटीएफ को जांच सौंपी गई। जिसके बाद गाजियाबाद, नोएडा और लखनऊ में एक साथ छापेमारी की गई थी। फ्लैटों की बुकिंग के बाद लगाए गए अतिरिक्त शुल्क और दंड के बारे में ग्राहकों की शिकायतों के बाद कार्रवाई की गई।
मुज़फ्फरनगर में बाइक सवारों ने शिव चौक पर की गुंडागर्दी, ट्रैफिक सिपाही को 500 मीटर तक घसीटा
बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी का पता चला
12-घंटे के गहन छापेमारी के दौरान जांचकर्ताओं ने जीएसटी चोरी को 10 करोड़ रुपये से अधिक पाया। एसबीआई टीम ने कई स्थानों से कंप्यूटर हार्ड डिस्क, दस्तावेज़, लैपटॉप और वित्तीय रिकॉर्ड जब्त किए हैं। छापेमारी के जवाब में, मिगसन समूह ने अपनी विभिन्न शाखाओं में 10 करोड़ रुपये जमा किए।
आठ बिल्डरों पर कार्रवाई की तलवार
राज्य कर के अपर आयुक्त ग्रेड 1 भूपेंद्र शुक्ला ने बताया कि खरीदारों द्वारा कई बिल्डरों की शिकायत की गई थी। इसकी जांच में एसआईबी की टीम जुटी है। लगभग आठ बिल्डर ऐसे हैं जिन पर अधिक इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने का शक है। इनके द्वारा फाइल की गई जीएसटी आर—1 और जीएसटी आर—3 बी का मिलान कराया जा रहा है। इन बिल्डरों के कई प्रोजेक्ट गाजियाबाद में चल रहे हैं। इनमें मोरटा, लोनी, इंदिरापुरम एनएच 9 और मोदीनगर में इन बिल्डरों द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है।