नोएडा। होली को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को अलर्ट कर दिया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक सहित स्टाफ मौजूद रहेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार शर्मा ने होली पर विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिये हैं।
चिकित्सकों से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ तक की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। वहीं होली के मद्देनजर विशेष रोस्टर बनाया गया है, जिसमें आंख, त्वचा रोग विशेषज्ञ भी ड्यूटी पर रहेंगे। उधर जनपद में संचालित एंबुलेंस भी मरीजों के लिए हर वक्त तैयार रहेंगी।
होली पर स्वास्थ्य व्यवस्था बनाये रखने के लिए उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जैसलाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से संयम के साथ होली खेलने की अपील की है। उन्होंने कहा-होली पर ख्याल रखें कि त्वचा को नुकसान न हो, इसके लिए होली खेलने से पहले अपनी त्वचा पर तेल अथवा मॉइश्चराइजर लगा लें।
रंग जाने पर रगड़ें नहीं आंखें
सीएमओ ने कहा है कि आंखों में रंग या धूल का कोई कण चला जाए तो रगड़ना नहीं चाहिए। तुरंत आंखों के चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। स्वयं कोई इलाज न करें और न ही कोई आई ड्रॉप बिना चिकित्सक की सलाह के इस्तेमाल करें। आंखों के मामले में कतई लापरवाही न बरतें।
केमिकल युक्त रंगों से होली न खेलें : डा. अभिषेक दुबे
जिला संयुक्त चिकित्सालय के चर्म रोग विशेषज्ञ डा. अभिषेक दुबे का कहते हैं- होली पर केमिकलयुक्त (रसायनयुक्त) रंग बहुत बिकते हैं। जानकारी के अभाव में ज्यादातर लोग इनका इस्तेमाल करते हैं। केमिकल युक्त रंगों से बचना चाहिए। यह लगाने वाले के हाथों को और जिसके लगाया जाता है, दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं। इन्हें हानिकारक केमिकल से तैयार किया जाता है। इनमें लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट, मरकरी सल्फाइड, क्रोमियम आयोडाइड, एल्युमिनियम ब्रोमाइड आदि होता है। यह सभी केमिकल बाल, त्वचा, आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन केमिकल के कारण त्वचा पर एलर्जी, खुजली, सूखापन, फोड़े-फुंसी अथवा घाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बेहतर हो कि हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें।
बचाव के लिए करें तेल या क्रीम का इस्तेमाल
डा. दुबे का कहना है – होली खेलने से पहले त्वचा पर यदि तेल या मॉइश्चराइजर लगा लिया जाए तो काफी हद तक बचाव हो सकता है। इसके लिए नारियल का तेल, सरसों का तेल, वैसलीन अथवा कोई भी मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे त्वचा पर अवरोध (कोडिंग) बन जाता है जो रंगों के दुष्प्रभाव को कम कर देता है। उन्होंने कहा- यदि तेज धूप में होली खेल रहे हैं तो सन क्रीम भी उपयोग कर सकते हैं।
हर वक्त तैनात रहेगी एम्बुलेंस
नोडल अधिकारी जैसलाल ने बताया- सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की गयी है। सभी केन्द्रों पर बेड आरक्षित रहेंगे। इसके साथ ही एम्बुलेंस 102 व 108 की भी व्यवस्था की गयी है। किसी भी आपात स्थिति में 15 से 20 मिनट में मौके पर पहुंच जाएगी।