प्रयागराज-माफिया अतीक अहमद और खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के मामले में प्रतापगढ़ जेल में बंद लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी सिंह और अरुण मौर्या के खिलाफ एक सितंबर को अदालत सुनवाई कर आरोप तय करेगा।
शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) गुलाबचंद अग्रहरि ने बताया कि प्रतापगढ़ जेल में बंद लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी सिंह और अरुण मौर्या को गुरूवार को जिला जज की अदालत संतोष राय की अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। आरोपियों के वकील गौरव सिंह ने अपना पक्ष रखा।
दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने एक सितंबर 2023 को आरोप तय करने की तिथि मुकर्रर किया है। इस बार सनी सिंह ने अपने लिए अलग वकील की मांग की है।
गौरतलब है कि प्रयागराज के माेतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) परिसर में 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी। उस समय अतीक और अशरफ को मेडिकल टेस्ट के लिए काल्विन अस्पताल में ले जाया गया था। तभी मीडियाकर्मी के भेष में पहुंचे तीनों शूटरों ने पहले अतीक और अशरफ पर तबतक ताबड़तोड़ गोलियां चलाई जब तक दोनों की मौत नहीं हो गई।
एसआईअटी (विशेष जांच दल) ने पिछले माह 13 जुलाई को तीनों शूटरों के लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी सिंह और अरुण मौर्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। इस पूरे हत्याकांड की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी ने धारा 302 307, 120 बी, 419, 420, 467, 468 आर्म्स एक्ट 377 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया है। एसआईटी की ओर से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम के समक्ष आरोप पत्र भी दायर किए गए थे।