इन्दौर। पुलिस ने एक साल पहले नगरीय प्रशासन के संयुक्त संचालक के यहां हुई चोरी के मामले में तीन चोरों को पकड़ा है। तीनों ही चोर भोपाल के रहने वाले हैं। वह लग्जरी लाइफ जीने के शौकीन है। चोरी के लिए ये हाईटेक गैंग स्कार्पियो में जाता था और वॉकी-टॉकी का भी इस्तेमाल करते थे। आरोपियों ने चोरी के रुपए से भोपाल के कोलार थाना क्षेत्र के चुना भट्टी इलाके में एक फार्म हाउस भी खरीद लिया था।
चोरी के बाद वह इसी फॉर्म हाउस पर फरारी काटते थे। पुलिस के मुताबिक सरगना के कमरे की तलाशी में मंहगी घडियां, जूते और कपड़े मिले हैं। वहीं सोना गलाने के लिए वह सर्राफा के कारीगरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले इक्विपमेंट भी अपने पास रखते थे।
पुलिस के मुताबिक 17 फरवरी 2022 को नगरीय प्रशासन विभाग के संयुक्त संचालक राजीव निगम के 807-जी, स्कीम नं. 114, इन्दौर स्थित घर पर चोरी हुई थी, उस समय वह मुम्बई स्थित अपने एक रिश्तेदार के यहां परिवार के साथ गए थे। बदमाश यहां से सोने-चॉंदी के आभूषण, लेडीज व जेंट्स घड़ियों के साथ ही करीब 14.31 लाख रू. का माल चुराकर ले गए थे।
लसूडिया थाने पर धारा 454, 380 के तहत अज्ञात बदमाशों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज (अपराध क्र. 251 वर्ष 2022) की गई थी। इस मामले को पुलिस ने विवेचना में लिया और जॉंच शुरू की। विवेचना के दौरान घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर जानकारी मिली थी कि, सिल्वर रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार में सवार कुछ अज्ञात बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है।
पुलिस टीम द्वारा कार को कैमरे आदि के द्वारा ट्रैक किया गया तो उक्त कार सीहोर शहर में प्रवेश कर आगे सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से कार का पता नहीं किया जा सका। लेकिन सीसीटीवी फुटेज में पाए गए गाड़ी हुलिए तथा उसके जाने के रूट के आधार पर यह निश्चित हो गया था कि बदमाश भोपाल शहर के आस पास ही कहीं निवास करते हैं।
पुलिस टीम ने लगातार कई महीनों से प्रयास जारी रखा तथा भोपाल में मुखबिर लगाए गए तथा एक टीम सहायक उपनिरीक्षक व 2 आरक्षकों की लगातार लगी रही। इसी दौरान मुखबिर द्वारा बताया गया कि चुना भट्टी कोलार थाना क्षेत्र में इस तरह की गाड़ी किसी फार्म हाउस में रहती है और कभी-कभी बाहर निकलती है जो संदिग्ध लगती है।
इसी सूचना को बहुत बारीकी से जांचते हुए उपनिरीक्षक संजय बिश्नोई, सहायक उपनिरीक्षक भूपेंद्र गुर्जर प्रधान आरक्षक नीरज तथा अन्य 4 जवानों को क्षेत्र में लगाया गया। मुखबिर की सूचना पर बदमाशों को एक स्कॉर्पियो गाड़ी से निकलते हुए पकड़ा गया, पूछताछ में उन्होने अपने नाम अनूप सिंह (अरेरा कॉलोनी भोपाल), अभिषेक सिंह (अरेरा कॉलोनी भोपाल) व अमित सिंह (कोलार रोड़, खजूरी भोपाल) बताया।
पुलिस द्वारा आरोपियों से विस्तृत पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त घटना घटित करना स्वीकार किया तथा इस तरह की कई घटनाएं प्रदेश के विभिन्न शहरों व प्रदेश के बाहर भी की जाना स्वीकार की । जानकारी मिली है कि आरोपियों के विरूद्ध प्रदेश में प्रदेश के बाहर विभिन्न शहरों में करीब 70 से अधिक अपराध पंजीबद्ध है। जिस के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है।
वॉकी-टॉकी का करते थे इस्तेमाल
आरोपियों से 6 लाख रू. मूल्य का 100 ग्राम सोना, चांदी के आभूषण व 10 कीमती हाथ घड़ियां, सोना परीक्षण के उपकरण व आभूषण गलाने के उपकरण और वॉकी-टॉकी भी जब्त किया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी एक दूसरे से संपर्क करने के लिए मोबाइल स्विच ऑफ करके वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते थे।
आरोपियों ने करीब 10 प्रदेशों में 70 से ज्यादा चोरी करना कबूल की है। कुछ समय पहले सरगना अनूप को महाराष्ट्र पुलिस ने भी पकड़ा था। आरोपी वारदात के समय गाड़ी पर फर्जी प्लेट लगाकर वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस विवेचना में ज्ञात हुआ कि आरोपी का लग्जरी फार्म हाउस भोपाल में है, जबकि आरोपी किसी प्रकार का कोई व्यवसाय नहीं करते हैं। संभावना है कि बदमाश द्वारा अनेकों वारदात से प्राप्त राशि का उपयोग ही उक्त लग्जरी फार्म हाउस के निर्माण में किया गया होगा।
ये टीम थी जांच में
इस अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर आरोपियों को पकड़ने में सहायक उपायुक्त विजयनगर के लगातार मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसूडिया निरीक्षक संतोष दूधी एवं उनकी टीम के उप निरीक्षक अरुण मलिक, उप निरीक्षक संजय बिश्नोई, सहा.उप निरीक्षक भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, प्र.आर.1532 नीरज रघुवंशी, प्र.आर.865 विक्रम सिंह जादौन, आरक्षक 1112 धनराज बागेला, आरक्षक 3301 प्रणीत भदौरिया, आरक्षक 3327 नरेश चौहान, आक्षक 3319 अजय प्रजापति की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।