चंडीगढ़। हरियाणा के सात जिलों के सिविल अस्पताल अपग्रेड होंगे। इनमें पांच जिलों चरखी दादरी, झज्जर, पलवल, रोहतक तथा मांडली खेड़ा (नूंह) के 100 बिस्तरों के अस्पताल को अपग्रेड करके 200 बेड का बनाया जाएगा। वहीं हिसार और पानीपत में 200 बिस्तरों के अस्पताल 300 बिस्तरों के होंगे। प्रदेश में मातृ-शिशु मृत्यु दर को कंट्रोल करने के लिए नायब सरकार ने नौ जिलों पंचकूला, पानीपत, फरीदाबाद, सोनीपत, पलवल, सिरसा, कैथल व महेंद्रगढ़ के जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज नूंह में नौ अति-आधुनिक मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है।
यह घोषणा मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सोमवार को पेश किए गए बजट में की। सीएम ने बजट में कहा कि अगले दो वर्षों में हर जिला अस्पताल को उस शहर का उतने बिस्तर वाला सर्वोत्तम अस्पताल बनाने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चरखी दादरी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, जींद, भिवानी, रोहतक, करनाल, सोनीपत, पानीपत व झज्जर में दुर्घटना के दौरान तथा ट्रामा में होने वाले इलाज की सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने 2025-26 के लिए 201 करोड़ 59 लख रुपये के निवेश की मंजूरी भी दी है। इन जिला अस्पतालों में 70 एडवांस लाइफ स्पोर्ट एम्बुलेंस एवं अन्य संरचनात्मक सुधार किए जाएंगे। राज्य में कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अंबाला कैंट में बनाए गए ‘अटल कैंसर केयर सेंटर’ की तर्ज पर सभी जिलों में एक-एक डे-केयर सेंटर बनाने का प्रस्ताव सीएम ने बजट में रखा है। पंचकूला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर व फरीदाबाद में कैंसर मरीजों के लिए डे-केयर सेंटर पहले से चल रहे हैं।
दो मेडिकल कॉलेज होंगे शुरू
मुख्यमंत्री ने बजट में ऐलान किया कि भिवानी के पंडित नेकीराम शर्मा तथा कोरियवास के महर्षि छायावान मेडिकल कॉलेज में एडिशन के लिए सभी तैयारियां हो गई हैं। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से परमिशन लेकर सरकार एडमिशन शुरू करेगी। प्रदेश में 2025-26 में एमबीबीएस की सीटें 2185 से बढ़ाकर 2485 करने का लक्ष्य रखा है। सीएम ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में कुटैल (करनाल) की पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल यूनिवर्सिटी और इसी कैम्पस में 750 बिस्तरों का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शुरू हो जाएगा।