जलालाबाद। जलालाबाद में दिन निकलते ही खाली पडे प्लाट में दो जुडवा नवजात के शव मिलने से सनसनी फैल गई, शवों को मौहल्ले में खेल रहे बच्चों ने देखकर शोर मचाया, जिसके बाद वहां लोगों की भीड जमा हो गई, घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवो को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
जलालाबाद के मौहल्ला गंगा आर्यनगर में रविवार की सुबह लगभग 10 बजे एक खाली प्लाट में खेल रहे बच्चे को कम्बल में लिपटे दो बच्चे दिखाई दिये, जिन्हे देखकर वह घबराकर चिल्लाने लगा। बच्चे को चिल्लाते देख आस-पास के घरों से लोग बाहर निकलकर प्लाट पर पहुंचे, तो वहां दो नवजात जुडवा बच्चों के शव कम्बल मे लिपटे हुए थे, जिन्हे देखकर उनके होश उड गये।
इस बीच यह खबर आग की तरह ऐसे फैली कि कुछ ही पलों मे मौके पर भारी भीड इकट्ठा हो गई, जिसके बाद घटना की सूचना जलालाबाद पुलिस को दी गई, सूचना पर चौकी प्रभारी राहुल कादियान, थानाध्यक्ष सतीश कुमार मय फोर्स के मौके पर पहुंचे। भीड को मौके से हटाकर, नवजात बच्चों के शवों को वहां से कपडे में लपेटकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, इंसानियत को शर्मसार करने वाले इस हृदय विदारक कुकत्र्य को जिसने भी देखा वह सन्न रह गया, दोषी को कडी सजा की मांग उठने लगी।
थानाध्यक्ष ने लोगों को आश्वासन दिया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर दोषी को ढूंढकर निकाला जायेगा तथा उसे सजा दिलाई जायेगी। घटना को लेकर मौहल्ले में तरह-तरह की चर्चाएं है, लोगो का कहना है कि अवैध रूप से प्रसव कराकर देर रात्रि में जिन्दा बच्चों को खाली पडे प्लाट में डाला गया है। प्लाट जिस उमरी पत्नी कृष्णा का बताया जा रहा है, उसकी काफी पहले मौत हो चुकी। परिवार का कोई भी सदस्य जलालाबाद में नहीं रहता है। इस हृदय विदारक घटना नेे हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।
लोगों का मानना है कि अवैध रूप से प्रसव कराकर बच्चों को आनन-फानन में प्लाट में डाला गया है। सही वजह गुनाहगार के सामने आने के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर दो मासूमों को किस कारण से इतनी कठोर सजा दी गई। पुलिस मामले की छानबीन मे जुटी है। आस-पास तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है, जिससे कुछ सुराग हाथ लग सके। पुलिस के रडार पर क्षेत्र के अल्ट्रासाऊंड सैंटर भी है, जहां से घटना के खुलासे के अहम सबूत मिल सकते हैं।