लखनऊ। यूपी में गंभीर मरीजों को आईसीयू (इंटेसिव केयर यूनिट) बेड के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गंभीर मरीजों को आईसीयू की सुविधा उनके जिले में मिल सकेगी। इसके लिए प्रदेश सरकार 16 जिलों में आईसीयू की सुविधा शुरू करेगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जल्द ही आईसीयू की सुविधा शुरू करने के लिए कहा है। अभी प्रदेश के 21 अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा है। ऐसे में गंभीर रोगियों को उपचार के लिए लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। रोगियों को और बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा शुरू करने का फैसला किया गया है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि 16 और जिलों के सरकारी अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा होगी। इसमें 213 बेड होंगे। कुल 37 अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा हो जाएगी। उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों को जल्द से जल्द आईसीयू के संचालन के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञ व प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती होगी। समय-समय पर स्टाफ व पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाए, ताकि गंभीर रोगियों को इलाज मुहैया कराने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने कहा है कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत भी विशेषज्ञ व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाए। रोगी कल्याण समिति के बजट से संसाधन को जुटाए जाएं। आईसीयू की स्थापना में बजट की कमी आड़े नहीं आएगी।