गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत एक बार फिर अपने बयानों और तेवरों को लेकर सुर्खियों में हैं। रजापुर में किसानों की जमीन के समर्थन में पहुंचे टिकैत ने जहां सरकार पर तीखा हमला बोला, वहीं पाकिस्तान और पानी जैसे मुद्दों पर उनके हटके बयान और फिर उनसे ‘पलटना’ भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
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रजापुर में किसानों की जमीन से जुड़े विवाद को लेकर नरेश टिकैत ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर सरकार किसानों की जमीन हड़प नहीं सकती।”
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उनका यह बयान किसानों में जोश भरने वाला था। टिकैत ने साफ किया कि वह किसानों के हितों से किसी तरह का समझौता नहीं होने देंगे और हर स्तर पर संघर्ष जारी रहेगा।
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विवाद और सुर्खियों का सिलसिला तब और तेज हुआ जब नरेश टिकैत ने पाकिस्तान को लेकर विवादास्पद बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो हजारों ट्रैक्टर लेकर पाकिस्तान पर चढ़ाई कर देंगे।”
यह बयान सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक चर्चा का कारण बना। हालांकि, कुछ ही समय बाद टिकैत ने अपने बयान से पलटते हुए सफाई दी। हम क्यों जाएंगे पाकिस्तान ट्रैक्टर-ट्राली लेकर? मीडिया ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।”
इस तरह का ‘यू-टर्न’ उनके राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन की एक खास शैली बन चुकी है।
टिकैत ने दिल्ली और हरियाणा के लिए पानी रोके जाने पर पंजाब सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पानी सिर्फ किसानों के लिए नहीं, बल्कि सभी जीव-जंतुओं और नागरिकों के लिए जीवनदायी है। इसे रोकना अमानवीय और असंवैधानिक है।”
इस बयान से टिकैत ने यह संकेत भी दिया कि वे केवल किसानों के नहीं, बल्कि समाज के व्यापक हितों के लिए भी चिंतित हैं।
नरेश टिकैत का अंदाज़ उन्हें अन्य किसान नेताओं से अलग बनाता है। चाहे सरकार पर हमलावर होना हो या पाकिस्तान पर ट्रैक्टर चढ़ाने की बात—उनके बयान अक्सर अप्रत्याशित होते हैं। लेकिन उतनी ही तेजी से वे ‘बयान से पलटना’ भी जानते हैं, जिससे वे हर बार चर्चा के केंद्र में आ जाते हैं।