मीरापुर। विधानसभा क्षेत्र के ग्राम टिकौला में जनहित की समस्याओं व ग्राम की उपेक्षा को लेकर एक पंचायत हुई। पंचायत में ग्राम टिकौला के ग्रामीणो ने भाग लिया। ग्रामीणो ने कहा कि जब तक गांव में काम नही तब तक मतदान नही। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधान नाहर सिंह ने की।
मीरापुर विधानसभा के ग्राम टिकौला में पंचायत में बोलते हुए नाहर सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा ग्राम की उपेक्षा की जा रही है जिस कारण गांव में कोई विकास कार्य नही हो पा रहा है। गांव की आबादी लगभग 5300 हैं तथा यहां का पोलिंग 90 प्रतिशत रहता है। गांव के नाम पर ही टिकौला शुगर मिल भी यहीं पर मौजूद है।
इसके साथ ही रामराज व मीरापुर में मंडिया स्थित हैं, जिन पर किसान गन्ना, गेहूं व धान आदि लेकर जाते हैं. गांव के रास्ते कच्चे व टूटे होने के कारण किसानो को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पडता है। गांव के अंदर की गलियां भी ज्यादातर टूटी हुई हैं जिस कारण रास्तो में पानी भरा रहता है तथा बरसात में जलभराव की स्थिति बन जाती है। जिस कारण स्कूल जाने वाले बच्चो को काफी कठिनाईयों का सामना करना पडता है।
ग्रामीणो का कहना है कि गांव के नजदीक से ही हाईवे का निर्माण चल रहा है जिस पर गांव के लिए कोई अण्डरपास या पुल नही बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हाईवे से गांव के लिए कट नही दिया गया और गांव की क्षतिग्रस्त सडको का निर्माण नही कराया गया तो ग्राम टिकौला के ग्रामीण एकजुट होकर चुनाव का बहिष्कार करेंगे। इस दौरान सुन्दर गिरी, मुनीराम, मनोज कुमार, महेश पाल, महिपाल, सुखबीर सिंह, जितेन्द्र, रणपाल सिंह, सतवीर, मनवीर, हरिसिंह, मान सिंह, नंदकिशोर, रणवीर सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।