गाजियाबाद। महानगर में तीन महीने में लगभग 6,000 से अधिक लोगों को पालतू कुत्ते काट कर घायल कर चुके हैं। सभी घायलों ने रेबीज से बचाव के लिए जिले में अलग-अलग एआरवी सेंटरों पर इंजेक्शन लगवाया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी से मार्च तक 640 लोगों को बिल्यिां भी काटकर घायल कर चुकी हैं। जबकि इन तीन महीनों में 852 लोगों पर बंदरों ने हमला किया है। तीन महीने में 22,275 लोगों को कुत्ते काट चुके हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि अधिकांश लोग पालतू जानवरों को एंटी रेबीज का टीका लगवा रहे हैं। लेकिन कुत्ता या अन्य जानवर के काटने पर रेबीज से बचाव के लिए इंजेक्शन लगवाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि अब बुद्धबिहार, खोड़ा, विजयनगर में कुत्ता काटने के क्लीनिक खोलकर एआरवी लगाने की सुविधा उपलब्ध है।
एक दिन में 252 ने लगवाया एआरवी
जिले में एक दिन में 48 बच्चों सहित 252 लोगों ने कुत्ते, बंदरों के काटने पर रेबीज का इंजेक्शन लगवाया। जबकि 263 लोगों ने दूसरी व तीसरी डोज लगवाई है। एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि एक सौ घायलों को रेबीज का पहला डोज लगा है। जिले में गर्मी में कुत्ता काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी है। यहीं कारण है कि अस्पतालों और सीएचसी, पीएचसी में कुत्ता काटने से एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने वालों की भीड़ भी बढ़ी है।