मेरठ। कमिश्नर की मंडलीय बैठक के बाद जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों को गोशालाओं के निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसी के साथ खुद भी जिलाधिकारी दीपक मीणा ने गोशाला का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में संचालित गो-आश्रय स्थलों (अस्थाई गोआश्रय स्थल हसनपुर कदीम विकासखंड रजपुरा, अस्थाई गोआश्रय स्थल कासिमपुर स्थित अक्रियाशील प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र माछरा विकास खंड माछरा, अस्थाई गोआश्रय स्थल जानी विकासखंड मवाना, वृहद गो संरक्षण केंद्र उकसिया विकासखंड रोहटा, वृहद गोआश्रय केंद्र आलमगीरपुर फरीदपुर विकासखंड सरधना, मंडी समिति जानी विकासखंड जानीखुर्द, अस्थाई गोआश्रय स्थल बहचौला विकासखंड रजपुरा, पशुधन प्रक्षेत्र मालीपुर रोड हस्तिनापुर, अस्थाई गोआश्रय स्थल दूधली खादर विकास खंड हस्तिनापुर, कान्हा गोशाला परीक्षितगढ़ नगर पंचायत परीक्षितगढ़, अस्थाई गोआश्रय स्थल मंडी देहात सरधना विकासखंड सरधना, कान्हा गोशाला दौराला नगर पंचायत दौराला, वृहद गो संरक्षण केंद्र नंगलापातू एवं अस्थाई गो आश्रय स्थल धीरखेड़ा खरखोदा विकासखंड खरखौदा) के जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों द्वारा रात्रि में गोशालाओं में पहुंच कर वहां संरक्षित गोवंश के ठंड से बचाव एवं उनके खाने-पीने आदि की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकतर गौशालाओं में ठंड से बचाव एवं उनके खाने पीने की व्यवस्था सही पाई गई एवं कुछ गोशालाओं में पाई गई कमियों को दूर करने हेतु संबंधित विभाग को निर्देशित किया गया।