मेरठ। मेरठ में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने का बड़ा नेटवर्क चल रहा है। एक पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया तो सामने आया कि प्रमाण पत्र पर निगम की फर्जी मुहर और अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर थे।
मेरठ के एक एमएलसी की बेटी ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया। तभी इसकी पोल खुली है। निगम की मुहर और नगर स्वास्थ्य अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से जन्म प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं। इसकी शिकायत मिलने के बाद भी नगर निगम के अधिकारी एफआईआर तक नहीं दर्ज कराते।
एमएलसी की बेटी ने तीन दिन पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था। पासपोर्ट विभाग के अधिकारी ने दस्तावेज की जांच की, जिसमें जन्म प्रमाणपत्र फर्जी बताया। इसका पता लगने पर एमएलसी के समर्थक नगर निगम पहुंचे।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने जन्म प्रमाणपत्र की जांच कराई, वह फर्जी निकला। इस पर नगर निगम की मुहर व नगर स्वास्थ्य अधिकारी के हस्ताक्षर भी फर्जी मिले। इसके बाद पूरा रिकॉर्ड खंगाला गया तो पता चला कि इससे पहले 14 जन्म प्रमाणपत्र फर्जी बनाकर जारी किए गए हैं।
आज शुक्रवार को एमएलसी के प्रतिनिधि नगर निगम पहुंचे और बताया कि जन्म प्रमाणपत्र सरधना स्थित जन सेवा केंद्र से ऑनलाइन बनवाया था। इस पर बारकोड भी है। जो मेरठ नगर निगम की वेबसाइट पर भी दिखाई दे रहा था। नगर निगम ने एमएलसी प्रतिनिधि से दस्तावेज लेकर नया जन्म प्रमाणपत्र जारी किया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह ने बताया कि साइबर कैफे और जन सुविधा केंद्रों पर फर्जी प्रमाणपत्र बन रहे हैं। इन पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है।