Friday, April 11, 2025

मेरठ में बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग का खौफ दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख की ठगी का आरोपी गिरफ्तार

मेरठ। मनी लॉन्ड्रिंग का खौफ दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर बुजुर्ग से 28 लाख ट्रांसफर कराने वाले आरोपी को मेरठ पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। जिला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त का नाम करीब 22 वर्षीय अभियुक्त विशाल राय पुत्र सुरेश राय निवासी संजय कॉलोनी फरीदाबाद (हरियाणा) है। विशाल राय की गिरफ्तारी हरियाणा के फरीदाबाद जिले से की गई है।

 

 

मुजफ्फरनगर में मंत्री कपिल देव, सांसद हरेंद्र मलिक,संजीव बालियान, सुरेश राणा पर नंगला मदौड पंचायत में आरोप तय

 

दरअसल, मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले सुरेश पाल ने पुलिस को शिकायत दी थी। जिसमें लिखा है कि उन के पास 9 अक्टूबर को एक अज्ञात नंबर से फोन आया और फोन करने वाले ने बुजुर्ग सुरेश पाल से कहा कि उनके आधार कार्ड से एक फोन नंबर लिया गया है। जिससे अवैध कार्य और मैसेज करके लोगों को परेशान किया जा रहा है। इसके बाद ठगी करने वाले व्यक्ति ने बुजुर्ग को बताया कि दिल्ली में आपका नाम पर एफआईआर दर्ज है और आपके पास दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर से फोन किया जाएगा।

 

मुजफ्फरनगर में 6 साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या, पुलिस ने वहशी दरिंदे को मार दी गोली !

 

 

इस फोन के बाद एक वीडियो कॉल सुरेश पाल को मिली जिसमें सामने वाले व्यक्ति ने अपने आप को दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर से आईपीएस सुनील कुमार गौतम और सीबीआई का अधिकारी बताते हुए बुजुर्ग को करीब 2 घंटे 35 मिनट तक डरा धमका कर मनी लांड्रिंग का मामला बताते हुए केस दर्ज करने की बात कही। वीडियो कॉल करने वाले ने इसी तरीके से डरा धमका कर पीड़ित सुरेश पाल से 28 लख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। इस संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम पर आईटी एक्ट में पंजीकृत किया गया था।

यह भी पढ़ें :  UPPCL समेत विभिन्न डिस्कॉम में 17 निदेशकों की नियुक्ति, यूपीपीसीएल ने जारी किया आदेश

 

मुज़फ्फरनगर के पूर्व एसएसपी बने यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के नए अध्यक्ष

 

 

पुलिस टीमों को हरियाणा के लिए रवाना किया गया। टीम द्वारा आरोपी विशाल राय को जिला फरीदाबाद, राज्य हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त विशाल राय ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने अपना एक खाता फैडरल बैक मे ऑनलाइन खुलवाया था। अखिल नामक मेरे दोस्त ने पैसे कमाने के लिये खाते मांगे और मैने अपना खाता दे दिया फिर अपने दोस्तो के खाते दिये अखिल से व्हाटसऐप पर हुई बातचीत मेरे फोन मे मौजूद है। मुझे तो पैसे आने पर कमीशन मिलती थी। अभियुक्त द्वारा आर्थिक लाभ कमाने के लिए गैंग बनाकर अपने नेटर्वक को अन्य राज्य में फैलाकर संगठित आर्थिक अपराध किया जा रहा हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

76,719FansLike
5,532FollowersFollow
150,089SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय