मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अन्नदाता तो है, लेकिन वर्तमान स्थिति में वह अपने वजूद को तलाश रहा है। एनडीए सरकार का तीसरा कार्यकाल शुरू हो गया है, लेकिन देश के किसान मजदूर व आदिवासी को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। लगातार किसानों की अनदेखी की जा रही है। आज तक एमएसपी गारंटी कानून को लागू नहीं किया गया। उप्र में गन्ना पेराई सत्र समाप्ति की ओर है लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं हुआ।
भाकियू की महापंचायत में प्रधानमंत्री को संबोधित आठ सूत्रीय प्रस्ताव एडीएम प्रशासन को सौंपकर 500 रुपये कुंतल गन्ना मूल्य, किसानों की ऋण माफी, एमएसपी गारंटी कानून/सी2 5०), एनजीटी व जीएसटी मुक्त खेती, बिजली का निजीकरण पर रोक व जेनेटिकली मोडिफाईड (जीएम) बीज) पर रोक लगाने की मांग की गई। साथ ही आठ सूत्रीय प्रस्ताव को लेकर सही निर्णय नहीं लेने पर सरकार के विरोध में दस जगहों पर पंचायतें करने का भी ऐलान किया गया।
भाकियू के बैनर तले नवीन मंडी में सोमवार की मध्यान्ह 11 बजे से किसान मजदूर महापंचायत बुलाई गई थी। महापंचायत में हजारों की संख्या में जनपद के अलावा शामली, बागपत, बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर व मेरठ, गाजियाबाद जिले के हजारों किसान शामिल हुए। दोपहर तीन बजे मंच पर पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने
किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का रवैया किसानों के हित में सही नहीं है। किसानों को झूठे मुकदमों में फंसाकर दबाने का काम किया जा रहा है। फसलों के उचित दाम नहीं दिए जा रहे हैं। किसानों को कर्ज दिया जा रहा है। क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन के नाम पर किसानों को कर्ज बंद कर जमीन हड़पने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा की किसान अपने हक अधिकारों के लिए आंदोलन सहारा लेता है, लेकिन फर्जी मुकदमें लगाकर आंदोलनों दबाने का काम सरकार और प्रशासन कि तरफ से किया जा रहा है। राकेश टिकैत ने सरकार को गन्ना मूल्य, एमएसपी पर जमकर घेरते हुए कहा कि महापंचायत में हुए किसानों के प्रस्तावों को अगर सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया, तो जल्द आंदोलन किया जाएगा। महापंचायत की अध्यक्षता सरदार जोगिंदर सिंह एवं संचालन धीरज लाटियान एवं भाकियू के पूर्व जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने किया।
गाजियाबाद के निवाड़ी थाना क्षेत्र में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, अवैध मदरसे को किया ध्वस्त
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के खिलाफ दस पंचायतें होंगी। अब 23 फरवरी को लोनी गाजियाबाद में, 24 को शाहजहांपुर व पीलीभीत में, 27 को अंबेडकर नगर में एवं 28 फरवरी को मिर्जापुर में पंचायत रहेगी। इन पंचायतों के बाद अन्य पंचायतों के लिए जगह तय की जाएगी। मुजफ्फरनगर पुलिस पर आरोप लगाते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि हर रोज किसानों की ट्यूबवेलों पर चोरी हो रही है, लेकिन पुलिस मुकदमा तक दर्ज नहीं करती। शाहपुर पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए।
पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी का दिल्ली हवाई अड्डे पर किया स्वागत
उन्होंने कहा की सरकार किसानों को तोडऩे का काम कर रही है। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसानों को अपना अस्तित्व बचाना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। अस्तित्व बचाना है, तो जमीन
बचानी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार से किसानों को बहुत उम्मीद थी, लेकिन किसानों को हताशा ही हाथ लगी है। दस साल पहले प्रधानमंत्री ने किसानों से 45० रूपये गन्ने के भाव का वादा किया था, लेकिन दाम में बढ़ोतरी नहीं की गई। यदि सरकार की तरफ से महापंचायत के प्रस्तावों पर अमल नहीं किया गया, तो संयुक्त किसान मोर्चा के साथ मिलकर देशभर में किसान जन जागृति अभियान चलाने का काम किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा पर सड़क किनारे खड़े चार दोस्तों पर ट्रक पलटा, एक की मौत
महापंचायत में किसान महापंचायत में चौधरी सोमेंद्र बत्तीसा खाप, चौधरी सतवीर सिंह बुढिय़ान खाप, चौधरी श्याम सिंह थामा बहावड़ी गठवाल, सौदान सिंह, भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी, नगर पंचायत पुरकाजी के चेयरमैन जहीर फारूकी, ओमपाल मलिक, शक्ति सिंह आदि मौजूद रहे। नवीन मंडी स्थल पर आयोजित भाकियू की महापंचायत में मुजफ्फरनगर जनपद के हरेक गांव के अलावा आसपास के जिलों से हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर पहुंचे थे। इस दौरान मंडी से लेकर सड़क किनारे ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी लाइनें लग गई। नवीन मंडी स्थल पर महापंचायत में पहुंचने वाले किसानों के लिए भोजन के रूप में भंडारे का आयोजन किया गया था। भंडारे में भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी के नेतृत्व में यूनियन के वांलीटियर्स ने बाहर से आने वाले किसानों को भोजन कराया। यहां तक कि खुद राकेश टिकैत किसानों के बीच में जाकर एक-दूसरे से हालचाल लेते हुए नजर आए। नरेश टिकैत भी कई घंटों तक किसानों के बीच में बैठे रहे।