मुज़फ्फरनगर। न्याजुपुरा मोहल्ले के दर्जनों निवासियों ने सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर इंसाफ की गुहार लगाई। पीड़ितों का आरोप है कि मोहल्ले के ही आशु नामक युवक ने व्यापार के नाम पर करीब 60 लाख रुपये इकट्ठा कर लिए, शुरूआत में कुछ समय तक मुनाफे का हिस्सा देता रहा, लेकिन अब पिछले सात-आठ महीनों से पूरी तरह से पैसे देना बंद कर दिया है।
पीड़ितों ने बताया कि आशु ने मोहल्ले के लोगों से बड़ी मात्रा में पैसे लेकर शोरूम खोला था। शुरुआत में सबकुछ सामान्य था, मुनाफा भी दिया जा रहा था। लेकिन बीते कुछ महीनों से न तो मुनाफा मिला और न ही मूलधन वापस किया गया। इस दौरान जिन दुकानदारों से आशु को माल दिलवाया गया था, वे अब पीड़ितों पर पैसे लौटाने का दबाव बना रहे हैं।
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जब लोगों ने आशु से पैसे वापस मांगे, तो उसने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया और अस्पताल में भर्ती हो गया। इतना ही नहीं, आशु ने पीड़ितों के खिलाफ ही चौकी में तहरीर भी दे दी, जिसमें डॉक्टर आदिल, आरिफ, जावेद, याकूब मेंबर समेत कई लोगों के नाम शामिल हैं। इससे मोहल्ले में तनाव का माहौल बन गया है।
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पीड़ित हाजी यामीन ने बताया कि, “हम सभी ने मिलकर कारोबार के लिए आशु को पैसा दिया था। अब वह पैसा वापस करने की बजाय नशीला पदार्थ खाकर अस्पताल में भर्ती हो गया और हम पर ही आरोप लगाकर तहरीर दे दी।”
पीड़ितों ने एसएसपी से निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की है। मामले को लेकर एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पीड़ितों की ओर से तहरीर प्राप्त हुई है और मामले की जांच की जा रही है।