मुजफ्फरनगर। कचहरी में प्रैक्टिस करने वाले गांव हड़ौली निवासी अधिवक्ता के बैंक खाते से पेटीएम नंबर पूछकर हजारों की नकदी उड़ा ली गई।
पीडि़त अधिवक्ता की तहरीर पर घटना के करीब दो साल बाद सिविल लाइंस थाने के साइबर सेल ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
भौराकलां थाना क्षेत्र के गांव हड़ौली निवासी अधिवक्ता अरविंद कुमार ने तहरीर देकर बताया कि वे कलेक्ट्रेट परिसर स्थित चेंबर से कचहरी में प्रैक्टिस करते हैं।
अधिवक्ता के अनुसार, गत 21 जून 2021 को उनके मोबाइल पर जनपद अलीगढ़ के गांव बिहारीपुर निवासी परिचित लवकुश कुमार की कॉल आई।
आरोप है कि लवकुश ने अपना अकाउंट ब्लॉक होना बताते हुए एक परिचित से अधिवक्ता के बैंक खाते में पांच हजार रूपये ट्रांसफर कराने की बात कहते हुए उनका पेटीएम नंबर ले लिया। आरोप है कि इसके बाद अधिवक्ता के बैंक खाते से चार बार में 36,998 रुपये उड़ा लिए गए।
जब पीडि़त ने लवकुश से इस संबंध में बात की तो उसने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। अधिवक्ता ने मामले में लवकुश कुमार के खिलाफ नामजद तहरीर दी, लेकिन जब पुलिस ने इस मामले की जांच की तो यह प्रकरण साइबर धोखाधड़ी का पाया गया।
इस पूरे मामले में अधिवक्ता के बैंक खाते से धनराशि उड़ाने में आरोपी वसीम खान, रंजीत कुमार, गांव शकरपुर खैराबाद सीतापुर निवासी सद्दाम, कर्नाटक के शिवनगरे दावनगेरे निवासी हरीमा आर और ओडिशा के नयागढ़ निवासी सुशांत नायक के नाम सामने आए।
जिसके बाद सिविल लाइंस थाने के साइबर सेल में उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट व धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं।