Saturday, November 23, 2024

मुजफ्फरनगर में किसानों ने विभिन्न मांगो को लेकर किया धरना प्रदर्शन,CM के नाम जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन  

मुजफ्फरनगर। जनपद में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने सड़क पर उतारकर जुलूस निकाला जो जिला कलेक्ट्रेट पर जाकर समाप्त हुआ। जहाँ किसानों की विभिन्न मांगो को लेकर कार्यकर्ताओ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को सौपा गया।

दरअसल किसानों की विभिन्न मांगो को लेकर आज भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने किसानों के साथ मिलकर नगर में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से सड़क पर उतरकर जुलूस निकला ये जुलूस जिला कलेक्ट्रेट पर जाकर समाप्त हुआ जहां पर कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं की मांग थी कि गन्ने का नया रेट जल्द घोषित हो और जिन शुगर मिलों पर किसानों के गन्ने का बकाया है उसका भुगतान जल्द हो साथ ही बिजली की समस्या और छुट्टा पशुओं से भी किसानों को निजाद दिलाई जाए।

भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि 5 तारीख में उत्तर प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर भारतीय किसान यूनियन का सरकार के वादे के खिलाफ एक दिवसीय धरना व ज्ञापन दिया जा रहा है, गन्ने का नया रेट घोषित नहीं हुआ है। और दो-तीन महीने से ज्यादा हो गए अपना सत्र चल स्टार्ट हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले साल का भी भुगतान पूरा नहीं किया। सरकार ने चुनाव में वादा किया था की 5 साल हम मुफ्त बिजली देंगे। लेकिन उसका शासन आदेश आज तक जारी नहीं किया गया।

 

 

 

कहा कि सरकार का कौन सा षड्यंत्र है कि गेहूं के रेट अब से 2 महीने पहले डिक्लेयर कर दिए क्योंकि हमारे गेहूं की मार्च-अप्रैल में कटाई होगी। वही गन्ने का दो-तीन महीने सीजन चलते हुए हो गया अब तक रेट घोषित नहीं हुआ है। पता नहीं सरकार की कौन सी पॉलिसी है तो हमें सरकार की नीति सही नहीं लग रही है।

 

वही एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह की माने तो देखिए आज भारतीय किसान यूनियन टिकैत का एकदिवसीय धरना इनके प्रांतीय आवाहन पर था। वहा काफी किसानों के साथ बैठे थे। इन्होंने अपनी समस्याओं को लिख कर दिया है। वह शासन को अवगत कराएंगे, इसमें कई तरह की मांगे हैं जैसे गन्ने को लेकर है कुछ बिजली कों लेकर है और कुछ आवारा पशुओं को लेकर के हैं।

 

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय