मुजफ्फरनगर। जनपद में मंगलवार को श्रवण मास लगते ही कांवडिय़ों का जनपद आगमन शुरू हो गया। इसके मद्देनजर आज से गंगनहर पटरी मार्ग पर भारी वाहनों का संचालन बंद कर दिया गया। जनपद की सीमा को हरिद्वार से मिलाने वाले 55 किलोमीटर लंबे गंग नहर कांवड़ मार्ग पर आज से भारी वाहन नहीं चलेंगे।
सड़कों पर कांवडय़ात्रा का सैलाब उमड़ पड़ा है और आने वाले दिनों में मुजफ्फरनगर कांवड़ मय रहेगा। पुलिस प्रशासन ने कांवडिय़ों की सुरक्षा और सेवा के लिए 3000 जवान तैनात किए हैं। ड्रोन कैमरा से कांवड़ पटरी मार्ग की निगरानी की जा रही है। सोमवार आधी रात के बाद मंगलवार पूजा अर्चना कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कांवडि़ए गंगाजल उठाकर चल दिए हैं। कांवड़ मार्ग पर भीड़ बढ़ती जा रही है।
17 जुलाई तक मार्ग पर बस, ट्रक, डंपर, ट्रैक्टर ट्राली नहीं चलेगा। जिला प्रशासन ने पुराने गंग नहर पुल का मार्ग बंद कर पुल के ऊपर सुरक्षा के लिए जाली लगाई थी, लेकिन आसपास के लोग स्नान करने आ रहे हैं जिसके चलते जाली तोड़ दी गई। आज से 17 जुलाई तक कांवड़ यात्रा नहर पटरी मार्ग चौ. चरण सिंह कांवड़ मार्ग, एनएच-58 तथा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (गाजियाबाद से मेरठ दिशा में) पर भारी वाहन पूर्णत: प्रतिबन्धित रहेंगे।
4 से 17 जुलाई तक मीरापुर (मुजफ्फरनगर ) – गंगा बैराज (बिजनौर) मार्ग पर भारी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। मेरठ-मुजफ्फरनगर-हरिद्वार की दिशा में एनएच-58 की बायी लेन पर आने-जा दिशा पर चलेंगे, जबकि इस मार्ग की दाहिनी लेन हरिद्वार से आने वाले कांवड़ यात्रियों के लिये आरक्षित रहेगी। ०9 जुलाई की रात्रि 12 बजे से एनएच-58 पर हरिद्वार-मुजफ्फरनगर-मेरठ की दिशा में हल्के एवं मध्यम वाहन का यातायात पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। 11 जुलाई की रात्रि 12 बजे से 17 जुलाई तक एनएच-58 मेरठ से हरिद्वार की दिशा तथा गाजियाबाद से मेरठ दिशा में सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।