मेरठ। हस्तिनापुर में हुए मीनू हत्याकांड के मामले में उसके करीबी (तथाकथित भाई) और कई अन्य शक के दायरे में हैं। जांच में सामने आया है कि शनिवार को मीनू और उसके भाई के बीच करीब दो घंटे फोन पर बातचीत हुई है। इसके अलावा शुक्रवार को भी दोनों ने करीब 24 बार बात हुई। हत्याकांड के बाद से भाई का पता नहीं है। मीनू की हत्या में उसकी भूमिका है या नहीं, फिलहाल अभी ये स्पष्ट नहीं है। सीसीटीवी फुटेज में महिला एक युवक के साथ नजर आ रही है।
पुलिस ने मीनू के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसके पति को सौंप दिया है। गाजियाबाद की रहने वाली 32 वर्षीय मीनू गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव गंगनहर के किनारे मिला था। उसके पास से मोबाइल और आधार कार्ड भी बरामद हुआ था।
मीनू गाजियाबाद के सर्वोदय नगर की रहने वाली थी। उसके माता-पिता की मौत हो गई थी। उसकी दूसरी शादी पूठा गांव निवासी लवली से की थी। पति लवली ने बताया कि उसने करीब सात साल पहले मीनू से प्रेम विवाह किया था। उस समय मीनू के पास सात वर्ष बेटा था। बाद में मीनू से दो बेटी हुई। इनकी उम्र सात साल और डेढ़ साल है। उसने बताया कि पूठा गांव में उसके माता-पिता किसी बात को लेकर उनसे झगड़ा करने लगे थे। करीब तीन महीने से लवली परिवार सहित परतापुर की इंदिरापुरम कॉलोनी में किराए पर रह रहा था। शनिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे मीनू बिना बताए घर से निकली थी। इसके बाद उसकी हत्या की सूचना मिली। पुलिस ने लवली की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है।