शाहपुर। कस्बे में माड्ड शाकुश्वबरी विश्वविद्यालय के अंतर्गत नवनिर्मित राजकीय महाविद्यालय शाहपुर के शैक्षिक सत्र व 2023-24 का विधिवत शुभारम्भ केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान व विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ह्रदय शंकर सिंह ने फीता काटकर किया।
माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ह्रदय शंकर सिंह , केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान, पूर्व विधायक उमेश मलिक व जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन रामनाथ सिंह ने किया व पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्य अतिथियों को शाल व बुके देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रो. राकेश शर्मा ने संचालन करते हुए महाविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2023-24 में शुरू होने वाले पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया।
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि इस महाविद्यालय के बनवाने में पूर्व विधायक उमेश मलिक व राष्ट्रीय इंटर कालेज के प्रबंधक स्व. राहुल सिंह का महत्वपूर्ण योगदान है, उन्ही की बदौलत आज इस क्षेत्र में महाविद्यालय की स्थापना हो सकी। महाविद्यालय के बनने से इस क्षेत्र की बालक बालिकाओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करना आसान होगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अगले सत्र में बीएससी पाठ्यक्रम भी शुरू कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार की तरक्की के लिए शिक्षा ही एक माध्यम है। शिक्षा ग्रहण करने से नौकरी मिलेगी तभी विकास होगा। उनका अगला लक्ष्य इस जनपद में बड़े-बड़े उद्योगों को स्थापित कराना है, जिससे इस जनपद के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर ना जाना पड़े। केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि देश मे 10 लाख युवाओं को रोजगार देगी, जिसके तहत 4 लाख युवाओं को रोजगार दिया जा चुका है आने वाले 6 महीनों में 6 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जनपद में सड़कों बिजली, रेल आदि का काम लगभग पूर्ण हो गया है। जल्द ही 2० करोड़ की लागत से शाहपुर मंसूरपुर मार्ग बनेगा, जिसका काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। उनके ऊपर क्षेत्र के लोगो का कर्ज है, वे कभी भी उस कर्ज को नही उतार पाएंगे। शाहपुर क्षेत्र उनकी जन्मभूमि के साथ साथ कर्मभूमि भी है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ह्रदय शंकर सिंह ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। बढ़ती आबादी, घटता खाद्यान्न उत्पादन के बीच सिर्फ शिक्षा ही एक साधन है, जिससे देश के साथ-साथ आत्मनिर्भर बना जा सकता है। उन्होंने शाकुश्वबरी
विश्वविद्यालय के अंतर्गत बनने वाले 7 महाविद्यालय में से शाहपुर महाविद्यालय के शुभारंभ कराने के लिए केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान के योगदान की चर्चा की।
उन्होंने बताया कि इस शैक्षिक सत्र में कला संकाय, बीकॉम, सैन्य शिक्षा के पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्रवेश होंगे। उपस्थित लोगों की मांग पर उन्होंने आश्वासन दिया कि इसी सत्र में सँस्कृत विषय भी शुरू कराया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कम संसाधनों के होते हुए भी इस महाविधालय को वे पूरा सहयोग देंगे।
पूर्व विधायक उमेश मलिक ने कहा कि जब वे बुढाना से विधायक थे, तब ही इस महाविद्यालय की स्थापना की गई थी। उन्होंने व डॉ. संजीव बालियान ने मुख्यमंत्री से जनपद में तीन महाविद्यालय स्वीकृत कराए थे, जिनमे शाहपुर महाविद्यालय का आज शुभारंभ हो रहा है, जल्द ही दो महाविद्यालय भी शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है, उससे पूर्व प्रदेश में जंगलराज व्याप्त था।
कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के कुल सचिव वीरेंद्र सिंह, जिला सहकारी बैंक के चैयरमेन रामनाथ सिंह ने भी सम्बोधित किया। अध्यक्षता देशवाल खाप के चौधरी शरणवीर सिंह देशवाल ने की। संचालन जिला पंचायत सदस्य विजय चौधरी ने किया।
इस दौरान नगर पंचायत चैयरमेन हाजी अकरम कुरैशी, हरेंद्र शर्मा, रविन्द्र काकड़ा, अमित त्यागी, हरिदेव सिंह, एकांश त्यागी, सुघोष आर्य, सुनील, राधेश्याम काकड़ा, कबड्डी कोच प्रवीण कुमार, मांगेराम सैनी, विक्रम सिंह, जितेंद्र सोरम, विशाल, धर्मपाल प्रधान, सत्यवीर आर्य, श्यामपाल सिंघल, जसवंत सिंह प्रधान, नरेश प्रधान, डॉ. मुकेश त्यागी, आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।