नई दिल्ली। ओपनएआई के सह-संस्थापक और सीईओ सैम ऑल्टमैन ने बुधवार को कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का एक अहम मार्केट है और कंपनी के लिए वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। चैटजीपीटी एआई मॉडल के चलाने वाली कंपनी ओपनएआई के सीईओ ने यह बात केंद्रीय रेलवे और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में एक कार्यक्रम में कही।
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इसके अलावा, ऑल्टमैन ने कहा कि भारत एआई मॉडल की रेस में लीडर होना चाहिए। ऑल्टमैन के मुताबिक, “भारत एआई के लिए काफी अहम बाजार है और हमारा दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। मॉडल अभी भी सस्ते नहीं हैं। भारत को इस क्षेत्र में लीडर होना चाहिए।” ऑल्टमैन ने हाल ही में अमेरिका में एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए 500 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट ‘स्टारगेट’ का ऐलान किया है। ओपनएआई यह प्रोजेक्ट अगले चार वर्षों में सॉफ्टबैंक, ओरेकल और एमजीएक्स के साथ मिलकर पूरा करेगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, देश में युवा उद्यमी वास्तव में इनोवेशन को अगले स्तर पर पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं,जो लागत को कम करेगा। जब हम चंद्रयान मिशन में लागत कम कर सकते हैं, तो हम एलएलएम क्षेत्र में भी ऐसा क्यों नहीं कर सकते?
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मंत्री ने पिछले महीने घोषणा की थी कि देश छह महीने के भीतर किफायती कीमत पर अपना सुरक्षित स्वदेशी एआई मॉडल लॉन्च कर सकता है। भारतीय एआई मॉडल आने वाले दिनों में देश को एआई समाधानों के अधिक विश्वसनीय तकनीकी पावरहाउस के रूप में उभरने में मदद करेगा। उच्च-स्तरीय सामान्य कंप्यूटिंग सुविधा द्वारा समर्थित, इंडियाएआई मिशन अब भारतीय भाषाओं का उपयोग करके घरेलू संदर्भ के लिए स्वदेशी एआई समाधानों को अनुकूलित करने के करीब है। वैज्ञानिक, शोधकर्ता, डेवलपर्स और कोडर्स इस संबंध में कई मॉडल पर काम कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई कि भारतीय एआई मॉडल छह महीने के भीतर तैयार होने की संभावना है।