नई दिल्ली। ज्वालामुखी विस्फोट से आपदाग्रस्त पापुआ न्यू गिनी को भारत ने 10 लाख अमेरिकी डॉलर की तत्काल राहत सहायता देने की घोषणा की है।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि 20 नवंबर को पापुआ न्यू गिनी में माउंट उलावुन के एक बड़े ज्वालामुखी विस्फोट ने 26 हजार से अधिक लोगों को विस्थापित होने पर मजबूर कर दिया था। भारत आपदा से हुए नुकसान और विनाश के लिए पापुआ न्यू गिनी की सरकार और लोगों के प्रति सहानुभूति रखता है।
मंत्रालय के अनुसार फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (एफआईपीआईसी) के तहत एक करीबी दोस्त और विकास भागीदार के रूप में एकजुटता दर्शाते हुए भारत सरकार राहत, पुनर्वास और सहायता के लिए तत्काल राहत सहायता प्रदान करती है।
उल्लेखनीय है कि भारत प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए संकट और तबाही के समय में पापुआ न्यू गिनी के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। 2018 में भूकंप और 2019 में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद भी भारत मदद के लिए आगे आया था।
आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नवंबर 2019 में घोषित भारत के इंडो-पैसिफिक महासागर पहल (आईपीओआई) का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।