रांची – भारतीय महिला हॉकी टीम को रविवार को एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर 2024 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में जर्मनी से शूटआउट में हार का सामना करना पड़ा।
आज यहां मारंग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में खेले गये मुकाबले में दीपिका ने 15वें मिनट में गोल कर भारत को बढ़त दिलाई लेकिन शार्लोट स्टैपेनहॉर्स्ट ने 27वें और उसके बाद 57वे मिनट में गोल दाग कर जर्मनी को आगे कर दिया। हालांकि, इशिका चौधरी ने 59वें मिनट में आखिरी मौके पर गोल करके स्कोर को 2-2 से बराबर कर दिया और मैच शूटआउट में चला गया, जिसे जर्मनी ने 4-3 से जीत लिया।
अब भारत पहले सेमीफाइनल में हारने वाली जापान की टीम के साथ तीसरे स्थान के लिए कांस्य पदक मैच खेलेगी। भारतीय टीम के पास पेरिस 2024 ओलंपिक में क्वालीफाई करने यह मुकाबला जीतना होगा।
जर्मनी इस जीत के साथ ही पेरिस 2024 ओलंपिक में अपनी जगह पक्की कर ली है। अमेरिका ने भी अपना सेमीफाइनल मैच जीतकर पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
भारत ने पहले क्वार्टर के अंत में धीरे-धीरे मुकाबले में अपनी पकड़ बनानी शुरू कर दी।
मेजबान टीम ने पहले क्वार्टर में केवल एक मिनट शेष रहते अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और दीपिका ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए जर्मन गोलकीपर जूलिया सोनटैग को पीछे छोड़ते हुए मैच का पहला गोल दागा। इस गोल से उत्साहित भारत दूसरे क्वार्टर में और अधिक खतरनाक दिख रहा था। हालांकि जर्मनी ने इस क्वार्टर में मैदानी गोल करके स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया।
दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने अपने डिफेंस को मज़बूत रखा और तीसरा क्वार्टर 1-1 के स्कोर साथ समाप्त हुआ।
57वें मिनट में जर्मनी के लिए शार्लोट स्टैपेनहॉर्स्ट ने गोल करके 2-1 की बढ़त बना ली। लेकिन भारत ने हार नहीं मानी और 59 मिनट में इशिका चैधरी ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल करके स्कोर को 2-2 से बराबर कर दिया। इसके बाद शूटआउट शुरु हुआ। शूटआउट में जर्मनी ने शुरुआत की और सविता पूनिया ने शानदार बचाव करते हुए जर्मनी को गोल करने नहीं दिया। इसके बाद शूटआउट में संगीता ने गोल करते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। दूसरे प्रयास में जर्मनी ने गोल दागा और स्कोर को बराबर कर दिया। यहां से सोनिका ने गोल करके फिर से बढ़त दिला दी। तीसरे प्रयास में सविता ने एक बार फिर शानदार बचाव करते हुए स्कोर को 2-1 से बरकरार रखा। चौथे प्रयास में जर्मनी ने गोल किया वहीं भारत ऐसा करने में असफल रहा और स्कोर 2-2 से बराबर हो गया। पांचवें और अंतिम प्रयास में दोनों टीमों ने गोल किया और स्कोर 3-3 की बराबरी के साथ सडेन डेथ पर चला।
सडेन डेथ में भारतीय टीम ने पूरा प्रयास किया लेकिन आखिर में उसे जर्मनी से 3-4 से हार का सामना करना पड़ा।